कोविड-19 के दौरान लगातार व्यवस्था चाकचौबंद करने में जुटे हुए हैं मंत्री अमरजीत भगत,
HNS24 NEWS April 26, 2021 0 COMMENTSरायपुर : कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) पॉजिटिव प्रकरणों की संख्या में लगातार वृद्धि होने के कारण विषम परिस्थितियाँ उत्पन्न हो गई हैं। इसे ध्यान में रखते हुए मंत्री अमरजीत भगत लगातार अपने प्रभार जिलों और विधानसभा क्षेत्र की खैरखबर ले रहे हैं। इस कड़ी में उन्होंने बालोद में 100 बिस्तरों वाले ऑक्सीजन पाइपलाइन युक्त कोविड उपचार हेतु समर्पित केंद्र आरंभ करने हेतु बालोद जिला कलेक्टर को निर्देशित किया है। साथ ही उन्होंने गुंडरदेही में ऑक्सीजनयुक्त 50 बिस्तरों वाले कोविड केयर सेंटर एवं जिले के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिये ऑक्सीजन सिलेंडर वेंटिलेटर, ज़रूरी दवाइयाँ व इंजेक्शन की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
मंत्री अमरजीत भगत ने कोविड प्रबंधन के लिये आवश्यकताओं हेतु स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से चर्चा की थी। तद्अनुसार उनके पास बालोद जिले के लिये विभिन्न चिकित्सा उपकरणों व कोविड केयर सेंटर की माँग आई थी। कोविड-19 की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए जिला चिकित्सालय/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्रा.स्वा.केन्द्र/कोविड केयर सेन्टरो के सुदृढ़करण/आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी चाही गई थी। इस संदर्भ में प्राप्त प्रस्तावों के आधार पर मंत्री अमरजीत भगत ने बालोद जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने उपरोक्त संदर्भ में जिला खनिज न्यास कोष का इस्तेमाल करने की अनुमति देने की बात कही है। जिसका प्रयोग संक्रमण से रोकथाम, नियत्रंण एवं आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए राज्य शासन द्वारा दिये गए निर्देशों का पालन करते हुए किया जाएगा। इसके अलावा दरिमा, सीतापुर, मैनपाट और बतौली में 50 बिस्तरों वाले कोविड केयर सेंटर आरंभ करने का प्रस्ताव मंत्री अमरजीत भगत को स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा दिया गया था। जिस पर विचार करते हुए उन्होंने सरगुजा कलेक्टर कोविड केयर सेंटर संचालित करने की नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
कोविड के मामले बढ़ने के साथ ही मंत्री अमरजीत भगत ने लगातार मुस्तैदी दिखाते हुए अपने प्रभार जिलों और विधानसभा क्षेत्र के लिये सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने जहाँ जैसी ज़रूरत पड़ी वैसी व्यवस्था की है। उनका कहना है कि इस विषम परिस्थिति में जनता को अकेले नहीं छोड़ा जा सकता, उन्होंने अपना कर्तव्य समझकर लगातार लोगों से संपर्क बनाए हुए हैं। कल ही बतौली स्वास्थ्य केंद्र में कूलर की ज़रूरत होने पर आवश्यकतानुसार 6 कूलर की व्यवस्था करवाई। साथ ही जशपुर, मैनपाट, बतौली, सीतापुर में चिकित्सा उपकरण भी उपलब्ध करवाए हैं। उनकी संवेदनशीलता और तत्परता से अभी उपरोक्त क्षेत्रों में स्थिति काबू में है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही इस महामारी से उबरकर आगे बढ़ने को तैयार होंगे।