January 13, 2025
  • 11:27 pm मुख्यमंत्री साय ने कहा निष्ठा, ईमानदारी और समर्पण से मिलती है सफलता
  • 11:22 pm मुठभेड में मारे गये माओवादियों की पहचान की जा रही है l
  • 10:42 pm मुख्यमंत्री विष्णु देव साय 13 जनवरी को दंतेवाड़ा, सुकमा और कोण्डागांव के दौरे पर रहेंगे
  • 10:38 pm युवा शक्ति के हाथों ही खड़ी होगी विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ की बुलंद इमारत: मुख्यमंत्री साय
  • 9:25 pm मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को छेरछेरा पर्व की दी बधाई

रायपुर : पूर्व मुख्य मंत्री भूपेश बघेल की पत्रकारों से चर्चा,पूर्व मुख्य मंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा की। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कई मुद्दों को लेकर प्रदेश सरकार को घेरा और आरोप लगाते हुए कहा भारतीय जनता पार्टी का मूल चरित्र ही आरक्षण विरोधी है।

भाजपा की सरकार ने पूरे प्रदेश में षडयंत्र पूर्वक ओबीसी के आरक्षण में कटौती किया है।

प्रदेश का एक भी जिला पंचायत ओबीसी के लिए आरक्षित नहीं है।यह राज्य की बहुसंख्यक आबादी के साथ अन्याय है।

मैंने पहले ही कहा था नए प्रावधान मे ओबीसी वर्ग का नुकसान होगा यह सही भी साबित हो गया।भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा स्थानीय निकाय चुनाव में आरक्षण प्रावधानों किए गए दुर्भावना पूर्वक संशोधन के चलते अधिकांश जिला और जनपद पंचायतों में ओबीसी आरक्षण खत्म हो गया है।

प्रदेश के 16 जिला पंचायत और 85 जनपदों में जहां पहले 25 प्रतिशत सीटें अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हुआ करती थी, अब अनुसूचित क्षेत्रों में ओबीसी आरक्षण लगभग खत्म हो गया है।

मैदानी क्षेत्रों में अनेकों पंचायतें ऐसी है जहां पर लगभग 90 से 99 प्रतिशत आबादी ओबीसी की है लेकिन वहां पर भी ओबीसी के लिए सरपंच का पद आरक्षित नहीं है। पंचों का आरक्षण भी जनसंख्या के अनुपात में कम है।

पूर्व में ओबीसी के लिए आरक्षित ये सभी सीटें अब सामान्य घोषित हो चुकी है। साय सरकार के द्वारा आरक्षण प्रक्रिया के नियमों में किए गए दुर्भावना पूर्वक संशोधन के बाद अनुसूचित जिले और ब्लॉकों में जिला पंचायत सदस्य, जनपद सदस्य और पंचों का जो भी पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित था, वह अब सामान्य सीटे घोषित हो गई है।

भूपेश बघेल ने कहा बस्तर और सरगुजा संभाग में आरक्षित वर्ग को बड़ा नुकसान है। सरगुजा संभाग के पांच जिले अंबिकापुर, बलरामपुर, सूरजपुर, कोरिया, मनेंद्रगढ, चिरमिरी, भरतपुर सोनहत, बस्तर के 7 जिले बस्तर, कांकेर, कोंडागांव, दंतेवाडा, नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर सहित मानपुर मोहला, जशपुर, गैरोला पेंड्रा मरवाही, और कोरबा जिले में अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए कुछ बचा ही नहीं है।

इस सरकार के द्वारा स्थानीय निकाय (त्रिस्तरीय पंचायत और नगरीय निकाय) चुनाव में आरक्षण के प्रावधानों में जो षडयंत्र पूर्वक ओबीसी विरोधी परिवर्तन किया है उसके परिणाम सामने हैं।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के लिए जिला पंचायत, जनपद पंचायत, सरपंच और पंचों के आरक्षण में ओबीसी के हक और अधिकारों में बड़ी डकैती इस सरकार ने की है।

त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाओं में रायपुर जिला पंचायत में 16 क्षेत्रों में से केवल 4 ओबीसी के लिए आरक्षित है।

बिलासपुर जिले में सदस्यों के 17 में से केवल एक क्षेत्र क्रमांक 1 में ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है, ओबीसी पुरुष के लिए 17 में से एक भी सीट आरक्षित नहीं है। इसी तरह बिलासपुर जिले के चार जनपद पंचायत में दो जनपद पंचायत अध्यक्ष के पद अनुसूचित जाति महिला, एक अनारक्षित महिला और एक जनपद अध्यक्ष का पद अनारक्षित मुक्त रखा गया है। ओबीसी के लिए बिलासपुर जिले के अंतर्गत चार जनपद पंचायतों में से एक भी जनपद पंचायत अध्यक्ष का पद ओबीसी के लिये आरक्षित नहीं है।

भारतीय जनता पार्टी की सरकार के बदनियति से चलते अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार चुनाव लड़ने से वंचित हो गए हैं। स्थानीय निकाय चुनाव में आरक्षण के संदर्भ में साय सरकार ने जो दुर्भावना पूर्वक संशोधन किया है वह ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय है, अत्याचार है।

बस्तर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग में ओबीसी वर्ग के लिए कुछ बचा ही नहीं जबकि यहां बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की है, भाजपा सरकार ने दुर्भावना पूर्वक संशोधन करके पिछड़ा वर्ग के प्रतिभागियों के अधिकार को कुचल दिया है।

भारतीय जनता पार्टी का मूल चरित्र ही आरक्षण विरोधी है, जब ये विपक्ष में थे तब विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित छत्तीसगढ़ नवीन आरक्षण विधेयक को रोका जिसमें अनुसूचित जनजाति को 32 प्रतिशत और अन्य पिछड़ा वर्ग को 14 से बढ़कर 27 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान था, 2 दिसंबर को पारित यह विधेयक भाजपा के षडयंत्रों के चलते ही आज तक राजभवन में लंबित है। अब स्थानीय निकाय चुनावों में आरक्षण के नियमों में बदलाव करके ओबीसी अधिकारों में दुर्भावना पूर्वक कटौती किया गया है।

पत्रकारों के अडानी समूह के निवेश के सवाल पर उन्होंने कहा की सारा प्रदेश उन्ही का है कोयला, सिमेंट पावर प्लांट सभी मे उनका कब्जा है नया क्या उनको सौपने की तैयारी है जो mou किया गया

पत्रकारों के एक सवाल का जबाब देते हुए उन्होंने कहा की पहले मोदी जी खुद को अवतारी बताते थे 400 सीटे नहीं आई तब उनको पता चला की वे इंसान है अब विष्णु देव साय खुद को अवतारी बता रहे खुद को भगवान राम बता कर वीडियो बना रहे वे राम हो गए रमन सिंह को शत्रुघ्न बता दिया।

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT