ऑक्सीज़न मशीनों की ख़रीदी में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी की आशंकाओं को ख़ारिज नहीं किया जा सकता : विमल चोपड़ा
HNS24 NEWS June 30, 2021 0 COMMENTSरायपुर। भारतीय जनता पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. विमल चोपड़ा ने स्वास्थ्य केंद्रों में बिना जाँचे-परखे 5-5 ऑक्सीज़न कंसंट्रेटर मशीने भेजे जाने के मामले के सामने आने पर प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर जमकर हमला बोला है। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि इससे यह स्पष्ट हो रहा कि प्रदेश सरकार कोरोना महामारी की रोकथाम के प्रति ज़रा भी गंभीर नहीं है और इन उपकरणों की ख़रीदी में भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी की आशंकाओं को ख़ारिज नहीं किया जा सकता।
भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. चोपड़ा ने कहा कि हाल ही प्रदेश कोरोना संक्रमण की भयावह दूसरी लहर से जूझकर अब तीसरी लहर और डेल्टा प्लस वैरिएंट की घनीभूत आशंकाओं से सहमा हुआ है, ऐसे समय में भी प्रदेश सरकार और उसके स्वास्थ्य महकमे की यह लापरवाही आपराधिक स्तर की और अक्षम्य है। रायपुर ज़िले के सभी 35 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आध-अधूरी ऑक्सीज़न कंसंट्रेटर मशीनें भेजे जाने के मामले के ख़ुलासे के बाद डॉ. चोपड़ा ने कहा कि जब सरकार की नाक के नीचे इस तरह की आपराधिक लापरवाही चल रही है तो पूरे प्रदेश में कैसी मशीनें भेजी गई होंगीं, इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार बिना शर्म महसूस किए अपने ऐसे नाकारापन का ठीकरा बाद में केंद्र सरकार पर फोड़ती नज़र आएगी। कोरोना काल की अब तक की लगभग डेढ़ साल की अवधि में प्रदेश सरकार गाहे-बगाहे केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ अनर्गल प्रलाप ही करती आई है, लेकिन ऑक्सीज़न कंसंट्रेटर मशीनों की ख़रीदी में हुई अपनी आपराधिक लापरवाही पर ख़ामोश बैठी है।
भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ. चोपड़ा ने कहा कि कोरोना काल की दूसरी लहर में सबसे ज़्यादा परेशानी ऑक्सीज़न को लेकर ही हुई थी, बावज़ूद इसके, प्रदेश सरकार ने ह्यूमिडीफायर और फिल्टर के बिना ही ये मशीनें स्वास्थ्य केंद्रों को भेज दी है। इससे साफ़ हो चला कि प्रदेश सरकार के तीसरी लहर और डेल्टा प्लस वैरिएंट के मुक़ाबले की तैयारियों के दावे कोरी हवा-हवाई बातें हैं। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा हर क़दम पर हरसंभव सहयोग के बाद भी प्रदेश सरकार कोरोना महामारी की रोकथाम के उपायों में गंदी राजनीति से बाज नहीं आ रही है। केंद्र सरकार द्वारा पर्याप्त राशि मुहैया कराने के बाद भी प्रदेश सरकार ने न तो कोविड सेंटर्स के इंतज़ामात दुरुस्त करने पर ध्यान दिया है और न ही अस्पतालों में ऑक्सीज़न प्लांट्स स्थापित करने या उनकी क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक क़दम तक नहीं बढ़ाया है। डॉ. चोपड़ा ने कहा कि प्रदेश सरकार बड़ी-बड़ी डींगें हाँकने के बजाय ज़मीनी ज़रूरतों पर ध्यान देकर इस महामारी को रोकने की दिशा में ईमानदारी से काम करे।