November 22, 2024
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रायपुर : राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मौत के आंकड़े पर भूपेश सरकार को घेरा। भूपेश बघेल जी से पूछा आप प्रदेश की जनता के साथ क्यों झूठ बोल रहे हैं, उनको कब तक गुमराह करते रहेगे?
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में दर्ज कोरोना मौतों और नगर निगम से जारी मृत्यु प्रमाण पत्र के आंकड़े में जमीन आसमान का फर्क है। रिकार्ड के मुताबिक अप्रैल और मई महीने को मिलाकर राजधानी में कोरोना से 2194 लोगों की जान गई परंतु नगर निगम ने 5434 मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किये है। इतना ही नहीं, कोरोना से हुई मौतों और मृत्यु प्रमाण पत्र के आंकड़ों में जनवरी से मई के 5 महीनों में भी बड़ा अंतर नजर आ रहा है। इन 5 महीनों में राजधानी रायपुर में कोरोना से 2377 लोगों ने दम तोड़ा जबकि 7709 मृत्यु प्रमाण बने ।
श्री सिंह ने आगे कहा कि कल वो अपने विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव दौरे पर थे वहां ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कोरोना से ज्यादा लोगों की मौत हुई है पंरतु सरकारी आंकड़ो कम दिखाया गया है। ये केवल रायपुर या राजनांदगांव जिले की बात नहीं है पूरे प्रदेश का आंकड़ा निकालेगें तो आपको कोरोना से हुई मौत और जारी मृत्यु प्रमाण पत्र में कई गुना का फर्क दिखेगा। कोरोना से हुई मौत के मामले में जो गड़बड़ झाला दिख रहा है उस पर कांग्रेस सरकार को तुरंत स्पष्टीकरण देना चाहिये ।
इतना ही नहीं प्रदेश की सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में भी अपना हाथ पीछे खिंच लिया है। केन्द्र में भाजपा के सरकार ने 6 लाख घर बनाने का लक्ष्य दिया था परंतु प्रदेश की कांग्रेस सरकार मात्र 1.20 लाख घर बनाने का निर्णय किया। पिछले 2 साल में पीएम आवास योजना का राज्य सरकार द्वारा 40 प्रतिशत हिस्सा का राशि जमा नहीं कराने के कारण प्रदेश के 25 हजार हितग्राहियों का घर का सपना अधूरा है। मोर जमीन, मोर मकान योजना तो कांग्रेस सरकार ने बनाई थी फिर उसके लिए फंड क्यों नहीं देते? आखिर छत्तीसगढ़ के लोगों से किस बात का बदला ले रहे हैं?

HNS24 NEWS

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