November 22, 2024
  • 7:40 pm सुरक्षा बल का हिस्सा बनकर होता है गर्व: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से बोली महिला कांस्टेबल
  • 6:17 pm विकास के लिए महत्वपूर्ण कारक है सुशासन : ओ.पी. चौधरी
  • 6:12 pm द साबरमती रिपोर्ट फिल्म देखने जायेंगे सीएम
  • 6:08 pm रायपुर नगर दक्षिण उपनिर्वाचन के लिए मतगणना 23 नवंबर को
  • 6:00 pm आरंग में भाजपा का दीपावली मिलन समारोह आज

रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश ने प्रदेश कार्यसिमिति के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि हम जब संवेदनशीलता, समर्पण, सेवाभाव और सामूहिकता से सूत्र पर कार्य करेंगे तो हमें कोई परास्त नही कर सकता है। समाज जीवन में संगठन का मूल मंत्र होता है तभी हमारा अस्तित्व भी बना होता है। उन्होंने कहा कि जब संवेदनशीलता से कार्य करते है तो समाज का जुड़ाव हमारे साथ होता है। समर्पण भाव से हम वैचारिक शक्ति की ओर होते हैं। समभाव से संगठन की मजबूती के लिये कार्य करते हैं। सेवाभाव से मानव कल्याण के लिये जुट जाते है। सामूहिकता के स्वभावों में होने से संगठन को और अधिक वैचारिक आधार मिलता है। उन्होंने कहा कि हम सब में परिवार का भाव है परिवारवाद नही है। परिवारवाद लोकतंत्र के लिये घातक है। इसलिये हमें परिवार में एक भाव से कार्य करके संगठन और मजबूत बनना होगा।

उन्होंने कहा कि संगठन से मिले दायित्वों से आपका उत्तरदायित्व और बढ़ जाता है। इसलिये संगठन के ईमानदारी से अपने उत्तरदायित्वों को और अधिक दृढ़ता से निभाने की जरूरत है।

भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में प्रदेश कार्यसमिति को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का भाग्य हमेशा कार्यकर्ता ही तय करते हैं। जिस मनोयोग और पराक्रम से कार्यकर्ता जुटते है हम हमेशा सफलता की ओर होते हैं। उन्होंने कहा कि हालत कैसे भी हो हमने विजय के लक्ष्यों के लिये काम किया है और भविष्य में भी करते रहेंगे। इस समय कोरोना कालखंड़ में जो परिस्थितियां पूरे विश्व, समाज और देश में रही है। हमारे एक-एक कार्यकर्ताओं ने मजबूती के साथ कार्य किया है। राष्ट्रीय महामंत्री डी. पुरन्देश्वरी ने कहा कि कार्यकर्ता ही हमारी शक्ति ही है जिसके माध्यम से शक्ति केन्द्रों तक हमें और मजबूत होने की आवश्यकता है।
उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर आक्षेप करते हुए कहा कि वे समय से पहले सत्र अवसान कर विपक्ष के द्वारा उठाए गए जनहित के मुद्दों से भाग खड़ी होती है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार विपक्ष के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने उद्घाटन सत्र में अध्यक्षीय उद्वबोधन में कहा कि हम सबका एक ही लक्ष्य है मिशन 2023। हमारे सामने जन विरोधी प्रदेश सरकार की असफलता को जनता के बीच ले जाकर हमें बताना होगा कि यह सरकार केवल सत्ता के सुख में मस्त और व्यस्त है। उन्होंने कहा कि तय कार्ययोजना के अनुसार कार्य करने की जरूरत है। हम सबकी सक्रियता से ही सार्थक परिणाम आयेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने सभी अपील की हम सबको मजबूत इच्छाशक्ति के साथ विजय संकल्प के जुटना होगा।

पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डाॅ. रमन सिंह ने कहा कि माफिया राज की जननी के रूप में हमेशा कांग्रेस की पहचान रही है। जब भी कांग्रेस सत्ता में आई है तस्करों व माफियाओं की चांदी रही है। यही हाल पूरे प्रदेश में है रेत माफिया से लेकर भू-माफिया, कोल माफिया हावी है और प्रदेश की कांग्रेस सरकार का इनका पूरा समर्थन रहा है जिसके कारण पूरे प्रदेश में आतंक का माहौल है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को प्रदेश की कांग्रेस सरकार को करारा जवाब देना होगा। पूरी तरह से असफल सरकार अवैध शराब की तस्करी में जुटी है केवल दिखावे के लिए ही कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सरकार काम वाली नही केवल नाम वाली सरकार है। बेरोजगारी, शराबबंदी जैसे सारे मुद्दों को भुलकर केवल भ्रम फैलाकर प्रदेश की सरकार चल रही है जिसे जनता भलीभांति समझती है। उन्होंने कहा कि हम एकजुटता के साथ कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे जिसके लिए पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता संकल्पवान है।

नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश की असफल सरकार ने अपने कार्यकाल के 26 महिने का वक्त बीत जाने के बाद भी 16 भी जनहित के कार्य नही किये है। इस सरकार के पास किसी के भी सवालों का जवाब देने का हिम्मत नहीं है। सदन में सरकार पूरी तरह से निरूत्तर रही है। अपराध की घटनाएं आम हो गयी है। सब तरफ भय का वातावरण है। माफियाराज में हर कोई परेशान है। उन्होंने कहा कि इस सरकार के पास बताने को कुछ भी नही है। यह पूरी कांग्रेस की सरकार कल्पनिक और इवेन्ट मैनेजरों के सहारे चल रही है।

भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय ने जिलाध्यक्षों से संगठन के गतिविधियों पर विस्तार से जानकारी ली और कार्ययोजना पर कार्य करने का निर्देश दिया।

पूर्व मंत्री व महिला मोर्चो प्रदेश प्रभारी लता उसेंडी ने कोविड-19 टीकाकरण अभियान के विषय के कार्ययोजना की प्रस्तुतीकरण की जानकारी दी। भाजपा उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू ने शोक प्रस्ताव रखा। पार्टी के दिवंगत नेताओं व कार्यकर्ताओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री नारायण चंदेल व भुपेन्द्र सवन्नी ने किया।

प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रमुख रूप से नंदकुमार साय, गौरीशंकर अग्रवाल, बृजमोहन अग्रवाल, ननकी राम कंवर, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा, रंजना साहू, प्रेमप्रकाश पाण्डेय, सुनील सोनी, संतोष पाण्डेय, गोमती साय, विजय बघेल, अरूण साव, सौरभ सिंह, भाजपा प्रदेश पदाधिकारी, कार्यसमिति के सदस्य, सांसद, विधायक मौजूद थे।

कार्यसमिति की बैठक में राजनैतिक प्रस्ताव राज्यसभा सांसद सुश्री सरोज पाण्डेय ने रखा जिसका राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने समर्थन किया।

भारतीय जनता पार्टी, छत्तीसगढ़ प्रदेश
राजनीतिक प्रस्ताव/प्रदेश कार्यसमिति
प्रस्ताव : सुश्री सरोज पाण्डेय समर्थक : श्री रामविचार नेताम
भाजपा की यह प्रदेश कार्यसमिति यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का अभिनंदन करती है कि उन्होंने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के इस कठिन दौर में भी देश को सशक्त नेतृत्व दिया। उस आपदा को भी अवसर में बदल कर नए भारत ने विश्व में परचम लहराया है। आज भारत की बढ़ती ताकत, वैज्ञानिक उपलब्धियों समेत भारत की सफलता से विश्व अचंभित है। हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। मोदी सरकार द्वारा बीस लाख करोड़ के आत्मनिर्भर भारत पैकेज से भारत का स्वाभिमान उन्नत हो रहा है। मोदी जी की सरकार का हालिया बजट भारत के निर्माण का, आत्मनिर्भर भारत, स्वस्थ भारत, मज़बूत भारत का घोषणा पत्र है।
केन्द्रीय बजट में स्वास्थ्य मद में 137 प्रतिशत की वृद्धि, छग के 9 शहरों रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव, रायगढ़, कोरबा, अंबिकापुर, जगदलपुर को जल जीवन अमृत मिशन से जोड़ा जाना, छत्तीसगढ़ में रायपुर से विशाखापत्तनम तक 464 किलोमीटर की 6 लेन सड़क, पर्यटन, व्यापार, परिवहन के लिहाज़ से छत्तीसगढ़ वासियों को फायदेमंद साबित होगी। प्रदेश के बस्तर, बिलासपुर आदि को हवाई सेवा से जोड़ने, ट्रेन एवं राजमार्गों की अनेक योजनाओं के लिए प्रदेश की यह कार्यसमिति मोदी जी की सरकार के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करती है।
एक तरफ जहां मां भारती को उसके वैभव के परम पर उत्कर्ष पर पहुचाने भाजपा जी-जान से जुटी है, वहीं कांग्रेस की कुनीतियों से छत्तीसगढ़ में चारों ओर हताशा और निराशा का माहौल है। छत्तीसगढ़ क़र्ज़ के बोझ से दब रहा है। प्रदेश में बेरोजगारी और आतंक का माहौल है। हाल में कांग्रेस सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट भी जनता से की गयी वादाखिलाफी और विश्वासघात का एक उदाहरण ही प्रस्तुत कर रहा है। जन घोषणा पत्र में किये गए किसी भी वादे के लिए लगभग कोई आवंटन नहीं होना दुखद है। वैक्सीन के नाम पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली कांग्रेस सरकार ने इस मद में भी एक पैसे का भी प्रावधान नहीं किया है।
कांग्रेस सरकार कानून-व्यवस्था बनाए रखने संबंधी अपने महत्वपूर्ण दायित्व के निर्वहन में भी बुरी तरह विफल है। यहां हर चार घंटे में एक बलात्कार और छः घंटे में एक हत्या या ह्त्या के प्रयास की घटनायें हो रही हैं। प्राथमिकी दर्ज नहीं करने के कारण पीड़ितों को आत्महत्या की कोशिश करनी पड़ रही है। ‘राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र’ विशेष पिछड़ी जन जाति बैगा और पहाड़ी कोरवा सरकारी अभिरक्षा में भी अपनी जान गंवा रहे हैं, पिछले दिनों कोरवा परिवार में सामूहिक दुष्कर्म और ह्त्या की नृशंस घटना से तो ऐसा लग रहा है मानो अब इनका अस्तित्व ही संकट में है। मुख्यमंत्री के स्वयं के विधान सभा की सामूहिक ह्त्या/आत्महत्या की संदिग्ध घटना ने तो छत्तीसगढ़ जैसे शान्ति के टापू कहे जाने वाले प्रदेश को बेहाल कर दिया है।
कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार किसानों एवं अन्य विषय पर झूठ पर झूठ बोलने से प्रदेश में भरोसे का गंभीर संकट पैदा हुआ है। हाल में शासन को यह स्वीकार करना पड़ा कि कांग्रेस बारदाने के मामले पर लगातार जनता से झूठ बोल रही थी। क़र्ज़ के बोझ से दबे किसानों द्वारा सामूहिक आत्महत्या तक करने के लगातार सामने आ रहे मामलों ने प्रदेश में हृदयविदारक परिस्थितियां उत्पन्न कर दी है। प्रदेश में सैकड़ों किसानों ने आत्महत्या की है। फिर भी किसी भी किसान परिवार को एक पैसे की भी अनुग्रह राशि तक प्रदान नहीं की गयी है। किसानों का 300 रूपये प्रति क्विंटल की दर से 2 वर्ष के बकाया बोनस की राशि अब तक अप्राप्त है जिसे सरकार बनते ही दिए जाने का वादा किया गया था। पिछले वर्ष के धान की कीमत का पूरा भुगतान अब तक नहीं किया गया है।
इस सीजन के फसल की पूरी कीमत किसानों को कब तक मिलेगी इसके बारे में कुछ भी स्पष्ट तौर पर कहना मुश्किल है। इस साल तो टोकन बांटने के बाद भी किसान अनेक ज़िलों में धान बेचने से वंचित रहे। किसानों ने धान ख़रीदी हेतु बारदाने दिए जिसकी राशि अब तक अप्राप्त है। पिछले वर्ष रबी फसल का क्षति मुआवज़ा और बीमा की राशि से प्रदेश में हज़ारों किसान अब तक वंचित है। शासन द्वारा लगातार धान के रकबा की कटौती की कोशिश जारी रही जिसके कारण भी प्रदेश भर में आक्रोश व्याप्त है।
प्रदेश में केन्द्रीय योजनाओं की राशि का अनधिकृत मद परिवर्तन, नियम कायदों को ताक पर रख कर बेतहाशा खर्च शासन की पहचान हो गयी है। कैम्पा मद की सैकड़ों करोड़ की राशि का बिना अनुमोदन के, बिना कमिटी गठित किये खर्च कर लेना भयावह है। दुखद तो यह है कि इस मद से दर्ज़नों लग्जरी गाड़ियां तक खरीदी कर ली गयी हैं। इसी तरह डीएमएफ फंड भी अनियमितताओं और भ्रष्टाचार का शिकार हो कर रह गया है। अपने वन्य और खनिज संपदा के लिए प्रसिद्ध रहे छत्तीसगढ़ के वनों में अवैध कटाई, तस्करी, वन्य प्राणियों की ह्त्या समेत हर तरह के जंगलराज को प्रश्रय दिया जा रहा है। कांग्रेस के इस दो वर्ष के शासनकाल में जितनी हाथियों की अप्राकृतिक और संदिग्ध मौत हुई है, उतनी पिछले बीस वर्षों में नहीं हुई थी। बाघों की ह्त्या और तस्करी में पुलिस समेत अनेक विभागों के कर्मियों तक का शामिल होना दुखद है। अवैध कटाई कराते हुए भी शासकीय कर्मी ही रंगे हाथ पकड़े जाते हैं, फिर भी कोई कारवाई नहीं होती। अचानकमार जैसे महत्वपूर्ण रिजर्व में गोठान तक बना दिया जाना इस सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार की पोल खोल रहा है। जन, जंगल और ज़मीन सभी आज प्रदेश में संकटग्रस्त हैं।
भ्रष्टाचार का आलम यह है कि लैंटाना सफाई के नाम पर बस्तर के ऐसे इलाकों से भी रकम के वारे-न्यारे कर लिए गए, जहां लैंटाना नहीं के बराबर है जबकि सरकारे फाइलों में बीस प्रतिशत लैंटाना साफ़ कर देने के दावे किये जा रहे। अवैध शराब के गोदाम के गोदाम पकड़े जा रहे हैं। शराबबंदी का वादा कर सत्ता में आयी कांग्रेस सरकार ने उलटे इसे अवैध कमाई का बड़ा साधन बना लिया है। विकास के सारे काम ठप हैं, फिर भी जो चुनिंदे केन्द्रीय प्रकल्प चल रहे हैं, उसे भी कांग्रेस भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा रही है। जल जीवन मिशन समेत अनेक योजनाओं में प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार इसका उदाहरण है। अनेक ऐसे भी मामले सामने आये हैं जहां मुख्यमंत्री द्वारा लोकार्पण कर देने के बाद उसके टेंडर का विज्ञापन जारी हो रहा है। इससे गबन और भ्रष्टाचार का सहज अनुमान लगाया जा सकता है।
प्रदेश में शासकीय ज़मीनों की नीलामी, तबादला उद्योग, प्रशासन का राजनीतिकरण, राजनीति का अपराधीकरण, अपराधों का औद्योगीकरण इस सरकार की पहचान बन गयी है। तबादला ने तो यहां बाकायदा अपने-आपमें एक संगठित उद्योग का आकार ले लिया है। प्रदेश में लैंड माफिया, सैंड माफिया, शराब माफिया, कोयला माफिया, ड्रग माफिया, जंगल माफिया, हाथी माफिया, टेंडर माफिया, ट्रांसफर और पोस्टिंग माफिया… समेत हर तरह के संगठित गिरोहों की पौ बारह है। इन सभी अपराधियों को न केवल शासकीय संरक्षण है बल्कि अनेक मामले में तो कांग्रेस के नेतागण ऐसे कृत्यों में सीधे भी शामिल हैं। विरोध करने वाले भाजपा के जन प्रतिनिधियों तक के साथ ये लोग बर्बर हिंसा तक से बाज़ नहीं आते।
एक तरफ जहां कोरोना की रोकथाम में प्रदेश में कांग्रेस सरकार की विफलता के कारण बड़ी संख्या में संक्रमण और मौत के मामले सामने आये, वहीं अब कोरोना टीके के नाम पर कांगेस द्वारा की जा रही सस्ती और हल्की राजनीति दुखद है। महज़ राजनीतिक कारणों से भारतीय टीके ‘कोवैक्सिन’ को बदनाम करना, प्रदेश को मिली खेप को वापस करने की लगातार धमकी देना,अत्यधिक दुखद है।
प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपने तुगलकी और हास्यास्पद फैसलों से लगातार देश भर में मज़ाक का पात्र बन रही है। कांग्रेस द्वारा बहुप्रचारित नरबा, गरबा, घुरबा, बाड़ी योजनाओं का अब कोई नामलेवा भी नहीं बचा है। सरकार की गोठान और गोबर योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ दम तोड़ चुका है। रोका-छेका आदि के नाम पर किये गए तमाम तरह के प्रचारों के बावजूद बड़ी संख्या में गौवंश की मृत्यु सड़क पर हो रही है। अब गोठानों की भूमि पर इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की कवायद भी एक ऐसा ही मज़ाक बना हुआ है। बिजली बिल हाफ़ के स्थान पर 25-50 हज़ार या इससे अधिक का बकाया बिल अनेक जगह सामान्य परिवारों की दिया जा रहा है। प्रदेश में स्थानीय स्तर पर पत्रकार-कलाकार-रंगकर्मी-संस्कृतिकर्मी आदि उपेक्षित-प्रताड़ित हैं।
प्रदेश में आज तक रोजगार के कोई नए अवसर सृजित नहीं किये गए हैं। जो भी चुनिंदे अवसर रूटीन में आ रहे, वह भी अनियमितताओं, लेटलतीफी और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है। पीएससी में भारी संख्या में भ्रष्टाचार और अनियमितता आदि से युवाओं में बेरोजगारी से नैराश्य उत्पन्न हो रहा है। युवा आत्महत्या करने पर विवश हैं। दस लाख युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा भी लफ्फाजी ही साबित हुई है। वर्ष 2022 तक आवासहीन परिवार का पक्का आवास देना प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी का संकल्प है। इसी के तहत छत्तीसगढ़ में 19 लाख मकान बनाने की योजना थी, लेकिन कांग्रेस सरकार द्वारा राज्यांश तक नहीं दे कांग्रेस के कारण इनमें से 10 लाख से अधिक मकान नहीं बन पा रहे। गरीबों के सर से छत छीनने का कार्य कर रही है कांग्रेस।
भाजपा की यह प्रदेश कार्यसमिति कांग्रेस सरकार को उनके जन घोषणा पत्र में किये सभी वादे पूरे करने, साथ ही अपराध और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की चेतावनी देती है। यह कार्यसमिति भाजपाजनों का आह्वान करती है कि वह कांग्रेस की इन विफलताओं, कुनीतियों को जन-जन तक पहुचाने में पूरी ऊर्जा के साथ स्वयं को आत्मार्पित करें।.

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT