विकास उपाध्याय ने नदी-तालाबों के घाटों पर पहुंच कर क्षेत्रवासियों को छठ महापर्व की दी बधाई
HNS24 NEWS November 21, 2020 0 COMMENTSरायपुर : छठ महापर्व पर संसदीय सचिव एवं रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय ने अपने विधानसभा के नदी-तालाबों के घाटों में पहुंच कर क्षेत्रवासियों को दी बधाई।
छत्तीसगढ़ प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना करते हुए संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय ने माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का छठ पूजा पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने पर किया आभार प्रकट सन्तान की दीर्घायु रहने के लिए रखे जाने वाले व्रत पर्व छठ पूजा पर आज अपने विधानसभा के प्रमुख नदी-तालाबों के घाटों में पहुंचकर आमजनता को छठ महापर्व की बधाई दिया,भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर उपवास पूर्ण करने वाली महिलाओं के ऊपर छठी मैया का आशीर्वाद बना रहे इसी कामना के साथ आज टेंगना तालाब हीरापुर,छुइया तालाब टाटीबंध ,खमतराई तालाब,मच्छी तालाब गुढ़ियारी ,महादेवघाट रायपुरा,आमातालाब समता कॉलोनी सहित अन्य घाटों में पहुंचकर छठी मैया का आशीर्वाद लिया और घाट में उपस्थित जनता को बधाई दी।
हम बता दें कि आज छठ महापर्व के अवसर पर संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय जी ने अपने विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न नदी-तालाबों में पहुंचकर क्षेत्रवासियों को छठ महापर्व की शुभकामनाएं दी। इस दौरान विधायक अपने विधानसभा के छुइया तालाब टाटीबंध,टेंगना तालाब हीरापुर,मच्छी तालाब गुढ़ियारी ,खमतराई तालाब, महादेवघाट रायपुरा ,आमातालाब समता कॉलोनी सहित अन्य घाटों में पहुंचकर छठी मैया का आशीर्वाद लिया और क्षेत्रवासियों को बधाई दी। विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि भगवान सूर्य के उपासना पर्व छठ पूजा में महिलाएं अपने सन्तान के सुख समृद्धि के लिए लगभग 2-3 दिन का निर्जला कठिन व्रत धारण करती हैं और भगवान सूर्य को अर्ध्य देकर व्रत को पूर्ण करती हैं। छठ पूजा पर छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा सार्वजनिक अवकाश घोषित किये जाने पर विधायक विकास उपाध्याय जी ने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार प्रकट करते हुए इसे जनभावना का सम्मान बताया हैं साथ ही यह भी बताया कि छठ पूजा को लेकर शासन-प्रशासन द्वारा नदी-तालाबों के घाटों में पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई थी जिसका उन्होंने स्वयं लगातार निरीक्षण कर पूर्ण करवाया। कोरोना महामारी के चलते विधायक महोदय लगातार आमजनता से कोरोना के नियमों का पालन करने की अपील करते रहे जिसके चलते अधिकतर घाटों पर लोग मास्क लगाकर और सैनिटाइजर का प्रयोग करते रहे और सतर्कता के साथ छठ महापर्व को मनाते को नज़र आये।