कांग्रेस प्रदेष प्रभारी पी0एल0 पुनिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करे-सुनील सोनी कोरोना पॉजिटीव होने के बाद भी हवाई यात्रा आपराधिक घटना है
HNS24 NEWS October 12, 2020 0 COMMENTSरायपुर 12.10.2020। रायपुर लोकसभा सांसद सुनील सोनी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस प्रदेष प्रभारी पी0एल0 पुनिया और सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने लापरवाही की सभी हदें पार कर दीं। कोरोना पॉजिटीव होने के बावजूद कांग्रेस प्रभारी की हवाई यात्रा करना बेहद शर्मनाक घटना है। इस दौरान उनका बर्ताव बेहद निंदनीय है।
सोनी ने कहा कि यदि उन्होंने कोरोना टेस्ट करवाया था, तो उन्हें रिपोर्ट आने तक रूकना था, लेकिन वो सीधे प्लेन में चले गये, जिससे कितने लोगों को परेषानी हुई है। इस महामारी का कानून क्या कांग्रेस प्रभारी के लिए लागू नहीं होता ? कोरोना का मापदंड कांग्रेस के लिए अलग है क्या ? कांग्रेस के एक जिम्मेदार नेता और प्रदेष प्रभारी के खिलाफ अभी कोई कानूनी कार्यवाही और एफआईआर क्यों नहीं हुई है ? एक आम आदमी यदि नियम तोड़ता है तो उसके साथ अलग मापदंड और कांग्रेस प्रदेष प्रभारी के लिए दूसरा मापदंड ? पुनिया जी के लिए कोई कानून नहीं है क्या ? कांग्रेस प्रदेष प्रभारी ने नियमों को ताक पर रखते हुए पॉजिटिव आने के बाद भी हवाई यात्रा की है, जो गैर कानूनी है और आष्चर्य की बात है कि कांग्रेस के प्रवक्ता कह रहे हैं, वो दिल्ली में टेस्ट करवायेंगे ? क्या छत्तीसगढ़ की राज्य सरकार में गलत टेस्ट का खेल चल रहा है। यह राज्य सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रष्नचिन्ह है ?
उन्होंने कहा कि मेरा राज्य सरकार और कांग्रेस पर सीधा आरोप है, यह घटना साधारण घटना नहीं बल्कि आपराधिक घटना है। सरकार को तत्काल एक्षन लेना चाहिए और प्रमाणित करना चाहिए। यदि कांग्रेस प्रदेष प्रभारी ने गलत तरीके से नियम विरूद्ध यात्रा की है, तो उनके खिलाफ कार्यवाही करें। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने यहॉ सैकड़ों लोगों से मुलाकात की है, सभी मंत्री उन्हें माला पहना रहे थे और उनके पैर छू रहे थे, यह बड़ी घटना है। सरकार इसको तत्काल संज्ञान में ले, कांग्रेस प्रदेष प्रभारी पी0एल0 पुनिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करे।
कांग्रेस सरकार में इंसानियत नहीं है और न ही वे किसान हितैषी -सांसद सोनी
है तो किसानों को 72 घंटे में बची 2 किष्तों का भुगतान करें
सांसद सुनील सोनी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार किसान विरोधी सरकार है। कांग्रेसी आज किस मुंह से कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने अपने घोषणा पत्र में लिखा था कि हमारी सरकार बनने पर राज्य की सीमाओं से पाबंदी हटा देंगे, जिससे किसान अपनी उपज को अन्य राज्यों में बेच सकेंगे। लेकिन कांग्रेस अपनी घोषणा के विपरीत कार्य कर रही है।
सोनी ने कहा कि राज्य सरकार ने बोलने का अधिकार खो दिया है, यदि सरकार में बैठे लोगों में थोड़ी सी भी इंसानियत है और वास्तव में किसानों के हितौषी हैं तो 72 घंटे के भीतर किसानों की बची हुई 2 किष्तों का भुगतान करें। अपने आपको किसान और किसान का बेटा बताने वाले किसान विरोधी मुख्यमंत्री हाथ में भौंरा चलाकर किसानों को लुभाने की नौटंकी कर रहे थे, जैसे उन्होंने भौंरा घुमाया था, वैसे ही आज छत्तीसगढ़ के परिश्रमी किसान भाई अपने 2500 रूपये के लिए घूम रहे हैं। किसान बीमा के पैसे के लिए घूम रहे हैं। बेरोजगार युवा, भत्ते के लिए घूम रहे हैं। माताऐं-बहनें प्रदेष में शराबबंदी के लिए घूम रहीं हैं। नाबालिक और गैंगरेप पीड़ित बच्चियॉ न्याय के लिए घूम रहीं है। भौंरे के समान इन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों को गोल-गोल घूमा दिया है। भ्रम फैलाकर छत्तीसगढ़ में राज कर रहे हैं। इतने बड़े बहुमत के लिए बावजूद एक अच्छी सरकार चलाने की बजाय असत्य बोलने वाली तथा भ्रम फैलाने वाली सरकार चला रहे हैं।
सोनी ने कृषि बिल विधेयक पर कांग्रेस द्वारा फेलाने की निंदा करते हुए कहा कि राज्य सरकार संघीय प्रणाली के विपरीत कार्य रही है। जब केन्द्र सरकार कोई नियम बनाती है तो सभी राज्य सरकारें उसका पालन करती है। सरकार भ्रम पैदा करके सरकार चला रही है। किसानों को भ्रमित करने वाली राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी सड़क पर उतर रही है।