नारायणपुर : दिनांक29.01.2025,पहली बार जिला नारायणपुर में कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत कार्यरत 29 माओवादियों नें किये बिना हथियार के नक्सल क्रुर विचारधारा से तंग आकर एक साथ आत्मसमर्पण।
जिला नारायणपुर क्षेत्र में चलाये जा रहे आत्मसमर्पण नीति ‘‘माड़ बचाओ अभियान’’ का ऐतिहासिक सफलता।
आत्मसमर्पित माओवादियों में 22 पुरूष व 07 महिला माओवादी शामिल है जो क्षेत्र में सक्रिय रूप से माओवादियों के लिए करते थे काम। इस प्रकार से लगातार माओवादियों के हो रहे।
आत्मसमर्पण से नक्सलियों को बड़ा झटका
इतने अधिक संख्या में माओवादियों का आत्मसमपर्ण के पीछे माड़ और नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे विकास कार्य बड़ा कारण रहा तेजी से बनती सड़के गांव तक पहंुचती विभिन्न सुविधिाओं ने इन्हें प्रभावित किया है।
संगठन के विचारों से मोह भंग और मिली निराशा एवं संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद के चलते किये है आत्मसमर्पण।
आत्मसमर्पित सभी माओवादियों ने कहा कि वे समाज के मुख्यधारा में जुड़कर स्वच्छंद रूप से चाहते है सामान्य जीवन जीना।
आत्मसमर्पित माओवादियों में जनताना सरकार, मिलिशिया , सीएनएम, कृषि सदस्य, पंचायत सरकार अध्यक्ष/ सदस्य।
वर्ष 2024 से अब तक 71 से अधिक बडे़-छोटे कैडर के माओवादी का आत्मसमर्पण, 60 से अधिक माओवादियों का मारा जाना व 50 माओवादियों का गिरफ्तार होने के परिणामस्वरूप माओवादी संगठन कमजोर होते जा रहे अब जल्द ही पूरा होगा अबूझमाड़ में विकास, सुरक्षा एवं शांति का सपना।
आत्मसमर्पण करने पर सभी माओवादियों को प्रोत्साहन राशि 25 हजार का चेक प्रदाय किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मुलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा।
सुन्दरराज पी. (भा.पु.से.) पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, अमित तुकाराम काम्बले (भा.पु.से.) पुलिस उप महानिरीक्षक कांकेर रेंज कांकेर के मार्गदर्शन, प्रभात कुमार (भा.पु.से.) पुलिस अधीक्षक नारायणपुर एवं रोबिनसन गुड़िया (भा.पु.से.) अति. पुलिस अधीक्षक नारायणपुर के निर्देशन* में नारायणपुर पुलिस द्वारा माओवादियों के विरूद्ध क्षेत्र में लगातार चलाये जा रहे नक्सल उन्मुलन अभियान और अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सल संगठन से 35 माओवादियों केे आत्मसमर्पण की महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई है।
आत्मसमर्पित के नाम/पद
1. डीली वड़दा पिता बंगा उम्रग 25 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या।
2. बटरी बड़दा पिता स्व. दुग्गा उम्र 25 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या।
3. मड़िको वड़दा पता स्व. मालू उम्र 24 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या।
4. सोनारी वड़दा पिता कोसा वड़दा उम्र 22 वर्ष जाति माड़िया निवासी भटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या।
5. कमली वड़दा पिता चैतूराम उम्र 24 वर्ष जाति माड़िया निवासी भटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्या।
6 . मिडको मण्डावी पिता बोदा उम्र 17 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
7 . मुन्ना वड़दा पिता सुखराम जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर (छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
8. मंगू राम वड़दा पिता मासाराम वड़दा उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया निवासी ग्राम गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
9. बुधराम वड़दा पिता स्व. सुखराम उम्र 39 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- जनताना सरकार अध्यक्ष दवाई शाखा अध्यक्ष।
10. रामाराम वड़दा पिता स्व. धोबा जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कृषि शाखा सदस्य।
11. मनकू कुहड़ाम पिता रामलाल जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सरकार सदस्य।
12. इरपा वड़दा पिता स्व. धोबा जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सरकार अध्यक्ष।
13. कारिया वड़दा पिता स्व. मसिया वड़दा जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सरकार कृषि शाखा सदस्य।
14. सुकमन कोवाची पिता रामनाथ उर्फ रामू उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पंचायत सीएनएम सदस्य।
15. पवन वड़दा पिता लमड़ी उम्र 22 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
16. मनी कोवाची पिता स्व. बलदेव कोवाची जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
17. धरम मण्डावी पिता स्व. मंगल मण्डावी उम्र 34 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
18. रैनू राम पिता मालू राम उम्र 36 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
19. राजू राम वड़दा पिता कोहला वड़दा उम्र 35 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
20. रैनू राम वड़दा पिता बुधु वड़दा उम्र 19 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- मिलिशिया सदस्य।
21. सन्तु राम वड़दा पिता बुधराम वड़दा उम्र 23 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- सीएनएम कमाण्डर।
22. रमेश उसेण्डी पिता स्व. आयतु उसेण्डी उम्र 20 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- सीएनएम सदस्य।
23. केये राम पिता मस्सु राम उम्र 36 वर्ष जाति माड़िया निवासी गट्टाकाल थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कमेटी सदस्य।
24. बेाटी राम कश्यप पिता मासो कश्यप उम्र 30 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- रिकरूट सदस्य।
25. रमेश मरकाम पिता स्व. पीदू मरकाम निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- पी.एम.।
26. सुकमति वड़दा पिता कारिया वड़दा उम्र 16 वर्ष निवासी भटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कलामंच सदस्य।
27. माटा उसेण्डी पिता इरपा उसेण्डी उम्र 18 वर्ष जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कलामंच सदस्य।
28. मैनू वड़दा पिता स्व. सुखराम वड़दा जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कला टीम सदस्य।
29. मंगेश वड़दा पिता आयतु वड़दा जाति माड़िया निवासी बटनार थाना कुकड़ाझोर जिला नारायणपुर(छ0ग0) पद- कला टीम सदस्य।
🟪 आज दिनांक 29.01.2025 को माड़ डिवीजन के कुतुल एरिया कमेटी अन्तर्गत सक्रिय रूप से नक्सल संगठन में कार्यरत माओवादी डाली वड़दा, बटरी वड़दा, मिड़को वड़दा, सोनारी वड़दा, कमली वड़दा, मिड़को मण्डावी, मुन्ना वड़दा, मंगू राम वड़दा, बुधराम वड़दा, रामाराम वड़दा, मनकू कुहड़ाम, ईरपा वड़दा, करिया वड़दा, सुकमन कोवाची, पवन वड़दा, मनी कोवाची, धरम मण्डावी, रैनू राम, राजू राम वड़दा, रैनू राम वड़दा, सन्तु राम वड़दा, रमेश उसेण्डी, केये राम, बोटी राम, रमेश मरकाम, सुकमती वड़दा, माटा उसेण्डी, मैनू वड़दा एवं मंगेश वड़दा ने *श्री प्रभात कुमार पुलिस अधीक्षक नारायणपुर (भा.पु.से.), नवल सिंह कमाण्डेंट बीएसएफ 135वीं वाहिनी, अमित भाटी कमाण्डेंट 53वीं वाहिनी आईटीबीपी, दुष्यंत राज जयसवाल कमाण्डेंट 29वीं वाहिनी, राजीव गुप्ता कमाण्डेंट 45वीं वाहिनी आईटीबीपी, सुशील नायक व को ऐश्वर्य चन्द्राकर (रा.पु.से.) अति. पुलिस अधीक्षक जिला नारायणपुर, अरविंद किशोर खलखो उप पुलिस अधीक्षक डीआरजी नारायणपुर के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किये।
आत्मसमर्पण करने पर प्रोत्साहन राशि 25 हजार रुपये का चेक प्रदान किया गया एवं उन्हें नक्सल उन्मूलन नीति के तहत् मिलने वाली सभी प्रकार की सुविधाएं दिलाया जायेगा। इस अवसर पर जिला पुलिस बल, बीएसएफ व आईटीबीपी के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। इनके आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला नारायणपुर पुलिस का विशेष प्रयास रहा है ।
माओवादियों द्वारा आत्मसमर्पण के पीछे माड़ और नारायणपुर जिले में चलाये जा रहे विकास कार्य बड़ा कारण रहा तेजी से बनती सड़कें, गावों तक पहुँचती विभन्न सुविधाओं ने इन्हें प्रभावित किया है। संगठन के विचारों से मोहभंग एवं मिली निराशा, संगठन के भीतर बढ़ते आंतरिक मतभेद इनके आत्मसमपर्ण का बहुत बड़ा कारण है। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति ने उन्हें नई उम्मीद दी है। संगठन के भीतर शोषण तथा क्रूर व्यवहार से बाहर निकलकर समाज के मुख्यधारा में लौटकर सामान्य जीवन बिता सकते हैं। सुरक्षा बलों के लगातार अंदरूनी क्षेत्रों में कैम्प स्थापित करने एवं क्षेत्र में चलाये जा रहे आक्रामक अभियानों एवं मारे जाने से उत्पन्न भय ने भी इन्हें संगठन छोड़ने के लिए प्रेरित किया है। आत्मसमर्पित माओवादी कुतुल एरिया कमेटी क्षेत्रान्तर्गत सक्रिय रूप से कार्यरत रहे है।
आने वाले समय में और भी नक्सलियों के संगठन छोड़कर आत्मसमर्पण करने की गोपनीय आसूचना है। आत्मसमर्पण कराने में नारायणपुर पुलिस का विशेष योगदान है। इस प्रकार बहुत अधिक संख्या में नक्सलियों का आत्मसर्पण से शीर्ष माओवादी कैडर के लिए बड़ा नुकसान हुआ है। नक्सल मुक्त माड़ बचाव अभियान की कल्पना साकार रूप ले रहा है।
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार (भा.पु.से.) द्वारा बताया गया कि शासन की पुनर्वास नीति के फायदे घर, नौकरी ने इन्हें आकर्षित किया है। इन्होने आत्मसमर्पण माड़ एवं खुद की भलाई के लिए सोचा है, और ‘‘माड़ बचाओ अभियान” उन्हें अब एक नई आस दी है। माओवादी की विचारधारा में भटके नक्सलियों को उनके घर वाले भी वापस लाना चाहते है। हम सभी नक्सली भाई-बहनों से अपील करते हैं कि उनका बाहरी लोगों की भ्रामक बातों और विचारधारा से बाहर निकलने का समय आ गया है, अब समय माड़ को वापस उसके मूलवासियों सौंप देने का है जहाँ वे निर्भीक रूप से सामान्य जीवन व्यतीत कर सके।
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