रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता व विधायक रंजना साहू ने चिटफंड कंपनी घोटाले में कांग्रेस की मिलीभगत होने का आरोप लगाया है। साहू ने कहा कि चिटफंड कंपनियों में निवेश करने वालों के करोड़ों रुपए अब तक पीड़ितों को वापस लौटाने में प्रदेश सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं विधायक साहू ने कहा कि 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने प्रदेश की जनता को लुभावने वादों का जो झांसा दिया था, उसमें से एक चिटफंड कंपनियों द्वारा लूटे गए करोड़ों रुपए की पाई-पाई वापसी का वादा भी था। लेकिन जैसा की मुख्यमंत्री ने अपने बयानों में कहा है कि 6 हजार करोड़ रुपए से भी अधिक की लूट के इन मामलों में हुई और कांग्रेस की प्रदेश सरकार साढ़े चार साल के अपने कार्यकाल में अब तक 50 करोड़ रुपए तक भी चिटफंड कंपनियों से वापस निवेशकों को नहीं दिला पाई है। जबकि वादा पूरी राशि वापिस दिलाने का था।
साहू ने बालोद में एक चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर की गिरफ्तारी का हवाला देते हुए कहा कि इस कंपनी ने 10 हजार लोगों से 11करोड़ रुपए की लूट की। यह साफ प्रतीत होता है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार खुद इस लूट-घोटाले में शामिल है और कमीशन खोरी की जा रही है। साहू ने कहा कि आए दिन प्रदेश सरकार के घोटालों का भण्डाफोड़ हो रहा है, जिसमें चिटफंड कंपनियों का घोटाला भी एक है और अब इसमें संदेह की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार भी इसमें संलिप्त है।