रायपुर। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री वरिष्ठ आदिवासी नेता रामविचार नेताम ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि नंदकुमार साय जी के कांग्रेस प्रवेश से मैं व्यक्तिगत रूप से आहत हूं | वे हमारे कुशल मार्गदर्शक एवं मेरे शुभचिंतक हैं। किन्तु आज की परिस्थिति में उनका कांग्रेस में प्रवेश होना एवं उनका वक्तव्य कि उनका यह निर्णय आदिवासी हितों की रक्षा से जुड़ा हुआ है, यह अपने आप में एक बड़ा प्रश्न चिन्ह है। जिन आदिवासी हितों के लिए वर्षो – वर्ष से नंदकुमार साय जी कांग्रेस की खिलाफत करते रहे, आज उसी कांग्रेस की गोद में बैठने से आदिवासी हितों का संरक्षण कहां से हो गया, यह मेरे व किसी के लिए भी समझ से परे है । ऐसे व्यक्ति व समाज का प्रतिनिधित्व करने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जो कुछ भी किया है, इसके लिए प्रशंसा के शब्द भी कम पड़ जाते हैं। एक छोटे परिवार में भी अनबन की स्थिति बनी रहती है किन्तु इसका यह मतलब नहीं कि कोई अपने पड़ोस के परिवार में जा कर शामिल हो जाए। भारतीय जनता पार्टी संपूर्ण समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली हम सभी की एक बड़ी पारिवारिक पार्टी है, ऐसे में आदिवासी समाज के इतने बड़े नेता का कांग्रेस में जाना औचित्यहीन है। निश्चित रूप से इनके कांग्रेस प्रवेश की अंदर की कहानी कुछ और होगी, जिसकी पड़ताल की जायेगी और मेरे साथ, पार्टी का यह प्रयास रहेगा कि नंदकुमार साय जी को वापस उनके वास्तविक कर्म क्षेत्र में ला सकें।