रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने भ्रष्टाचार के मामलों में जाँच कार्रवाई का सामना कर रहे पूर्ववर्ती कांग्रेसी सरकार में खाद्य मंत्री रहे अमरजीत भगत पर केंद्रीय जाँच से बौखलाकर पाखंडपूर्ण विक्टिम कार्ड खेलने के लिए तीखा हमला बोला है। श्री ठाकुर ने कहा कि गरीबों के हक के 500 करोड़ रुपए का चावल डकार जाने के बाद अब जाँच कार्रवाई को लेकर प्रलाप कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ठाकुर ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश की सरकार ने छत्तीसगढ़ की जनता को इस बात की गारंटी दी है कि पाँच सालों के शासनकाल में भूपेश सरकार ने जो हजारों करोड़ रुपए के घपले-घोटाले करके कांग्रेस नेताओं की तिजोरियों को भरने और छत्तीसगढ़ की जनता की पसीने की गाढ़ी कमाई लूटकर छत्तीसगढ़ को 10, जनपथ का एटीएम बनाने का धत्कर्म किया है, उसकी सख्ती से जाँच होगी । भाजपा को प्रदेश की जनता ने इसी के लिए ऐतिसहासिक जनादेश देकर सत्ता सौंपी है। इसलिए पूर्व मंत्री भगत अब विक्टिम कार्ड खेलने से बाज आएँ। श्री ठाकुर ने सवाल किया कि अगर भगत निर्दोष हैं तो वह जाँच के नाम पर बौखलाकर प्रलाप क्यों कर रहे हैं? क्या भगत यह चाहते हैं जिनके घरों से जो बेहिसाब नगद राशि बरामद हुई है, उसकी जाँच नहीं कराई जानी चाहिए? जिनके घरों से बेहिसाब सोना-चांदी और गहने बरामद हुए हैं, उनका पूरा हिसाब प्रदेश की जनता के सामने नहीं लाया जाना चाहिए? जिनकी भ्रष्टाचार के तमाम मामलों में गिरफ्तारी हुई है, आखिर उन्हें सारी मशक्कत करने के बाद भी कोर्ट से जमानत तक के लाले पड़े हुए हैं।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस की भूपेश सरकार के राज में भ्रष्टाचार की सारी हदें पार करके सरकारी खजाने में डाका डाला गया और विकास के नाम पर एक ईंट तक नहीं रखने वाली भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ पर हजारों करोड़ रुपयों का कर्ज लाद दिया गया। इससे अधिक शर्मनाक और क्या हो सकता है कि जब-जब भाजपा ने एक सजग विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए भ्रष्टाचार पर सवाल उठाए तो तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बजाय घपलों-घोटालों पर अंकुश लगाने के, भ्रष्टाचार के आरोपियों के सबसे बड़े पैरोकार बन रहे थे। इससे अधिक निर्लज्ज राजनीतिक आचरण देश के इतिहास में कदाचित ही देखने-सुनने को मिले। ठाकुर ने कहा कि लोकसभा चुनाव में अपनी तयशुदा पराजय को भाँपकर कांग्रेसियों की नींद उड़ी हुई है और इसीलिए एक बार फिर जांच एजेंसियों को निशाना बनाकर कांग्रेसी भ्रष्टाचार के संरक्षण का काम कर है।