देश की रक्षा और सेना के मामले में भाजपा द्वारा की जा रही राजनीति पर कड़ा प्रहार : शैलेश नितिन
HNS24 NEWS March 4, 2019 0 COMMENTSछत्तीसगढ़ : रायपुर 4 मार्च 2019। देश की रक्षा और सेना के मामले में भाजपा द्वारा की जा रही राजनीति पर कड़ा प्रहार करते हुए प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मोदी सरकार की नीतियां देश हित में नहीं है । मोदी सरकार के राजनैतिक फैसलों पर विपक्षियों के एतराज को आतंकियों पर हो रही कार्यवाही पर एतराज बनाकर प्रस्तुत करने की भाजपा की चाल को अब हर देशवासी बखूबी समझ रहा है। फैसले सही हो या गलत , अपने हर फैसले के बचाव में सेना सेना की क्षमता और सेना के सम्मान को ढाल बनाना मोदी जी के द्वारा सेना का अपमान करना है । राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सेना के नाम सेना के सम्मान और सेना के गतिविधियों के मोदी जी आरएसएस और भाजपा द्वारा कुछ ज्यादा ही इस्तेमाल को लेकर हर देशवासी चिंतित और फिक्रमन्द है। नरेंद्र मोदी ने देश विरोध या देश के अपमान पर वह सबक देश को देने की कोशिश की है जिसका मोदी जी को नैतिक अधिकार ही नहीं है । यह बेहद खतरनाक भी है। हम बेहद सौभाग्यशाली है कि तानाशाही देश ने कभी देखी नहीं है लेकिन मोदी जी उन्माद झूठ और प्रलाप का सहारा लेकर देश को और अपने विरोधियों को और प्रजातंत्र को नुकसान पंहुचाने में लगे हुए हैं। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि देश की सुरक्षा और खुफिया तंत्र की समग्र विफलता पर राजनीति करना मोदी सरकार की विशिष्ट कार्य शैली है पिछले 56 महीनों में अकेले जम्मू कश्मीर में 498 सैनिक और अधिकारी शहीद हुए हैं फरवरी 2019 के महीने में 55 बहादुर सैनिकों ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के कारण देश पर अपना जीवन न्योछावर किया है पिछले 56 महीनों में 5665 बार पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा का उल्लंघन किया है मोदी सरकार के पाक प्रायोजित आतंकवाद से लड़ने की नीति केवल सार्वजनिक रैलियों और बड़े-बड़े भाषण तक ही सीमित है भारत के सैनिकों की बहादुरी और शहादत का राजनैतिक हैंड बिल के रूप में उपयोग करके मोदी ने भाजपा ने और आर एस एस ने देश की वीरता का अपमान किया है हर मोर्चे पर विफल होने के बाद सशस्त्र बलों की वीरता को राजनीति का हथियार बनाना ही 2019 के चुनाव में मोदी और भाजपा का आखरी सहारा है। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मुट्ठी भर उद्योगपतियों को मदद पहुंचाने के लिए 56 महीनों से जो नीतियां अपनाई गई उसका दंड पूरे देश की अर्थव्यवस्था भुगत रही है । चंद बड़े उद्योगपतियों के 317000 करोड़ रुपयों के कारपोरेट ऋण को माफ करने वाली मोदी सरकार ने देश के 60 करोड़ से अधिक किसानों और खेत मजदूरों को कर्ज देने से इनकार कर देती हैं । भूमि अधिग्रहण कानून वन अधिकार अधिनियम सूचना का अधिकार और लोकपाल जैसे जनहितकारी कानूनों को कमजोर बनाने के लिए नरेंद्र मोदी का कार्यकाल इतिहास में याद किया जायेगा । राफेल डील हो या छह हवाई अड्डों में से पांच अपने दोस्तों को सौंपने का मामला हो मोदी सरकार ने देश हित के विरुद्ध ही काम किया है। चौकीदार की निगरानी में एक लाख करोड़ के बैंक लूट घोटाले हुए हैं। 100 दिनों के भीतर काले धन के 100 लाख करोड़ रुपए वापस लाने के बजाय मालिया नीरव मोदी मेहुल चौकसी जैसे लोगों ने चौकीदार की निगरानी में एक लाख करोड़ रुपए के सार्वजनिक धन के साथ विदेश जाने का काम किया है । विदेश का काला धन तो वापस नहीं आया लेकिन देश का सार्वजनिक धन जरूर लोग विदेश लेकर चौकीदार की निगरानी में भाग गए । नीरव मोदी को आखरी बार स्विट्जरलैंड में वर्ल्ड इकोनामिक फोरम में पीएम मोदी के साथ फोटो खिंचवाते हुए देखा गया । शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि नोटबंदी और गब्बर सिंह टैक्स जीएसटी की दोहरी मार ने भारत के जीडीपी को 2% यानी 300000 करोड रुपए का नुकसान पहुंचाया। छोटे और मंझोले व्यापार और उद्योगधन्धे चौपट हो गये। नौकरियां और रोजगार के अवसर छोटे व्यापारियों गरीब मध्यमवर्ग परिवारों से छीन लिए गए मोदी की नीतियां देश की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद नुकसानदायक हुई हैं अब तो पूरा देश मोदी की रवानगी का इंतजार कर रहा है ऐसे समय भावनाएं भड़काने उन्माद फैलाने की राजनीति की हकीकत देश की जनता बखूबी समझ रही है।