नकली कोरोना रिपोर्ट तथा रेमडेसिविर का मुद्दा गूंजा भोपाल में..अजय सिंह की मांग, दोषियों पर हो कार्रवाई
HNS24 NEWS May 10, 2021 0 COMMENTSसीधी : एमपी : प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान भले ही रेमडेसिविर इंजेक्शन तथा कोरोना रिपोर्ट पर हेरफेर करने वालों को हैवान तथा शैतान बोलकर मीडिया की सुर्खियों में बने है लेकिन जमीनी हकीकत पर सीधी जिले में ऐसे हैवानो तथा शैतानों की कोई कमी नहीं है जिनको बाकायदा संरक्षण भी प्राप्त है जिसकी वजह से प्रशासन कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता है वही पूरे मामले को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होने पर सरकार को घेरा रहा है।पीड़ित पक्ष ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष के पास अपनी शिकायत दर्ज करवा कर न्याय की गुहार लगाई है। तो वही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ने जांच कर कार्रवाई का आदेश दिए हैं।
यह है पूरा मामला
21 अप्रैल की रात्रि 12:00 बजे के लगभग डीसीएचसी की इंचार्ज जयललिता सिंह ने घर से रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई कर रही थी उल्लेखनीय है कि कोरोना से संक्रमित पाजटिव मरीज को डॉ अविनाश जान के द्वारा 21 अप्रैल को शाम 5:00 बजे रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने के लिए फाइल में लिख गए थे लेकिन रात में 12:00 बज गया और इंजेक्शन नहीं लगा जिसके कारण मरीज की हालत खराब होती जा रही थी। वार्ड बॉय से संपर्क करने पर बताया गया कि डीसीएससी की इंचार्ज जयललिता सिंह के घर से रेमडेसिविर का डोज मिल जाएगा जिसके बाद वार्ड बॉय के द्वारा आरोपी नर्स जयललिता सिंह से फोन के माध्यम से बात किया जहां नर्स के द्वारा घर में बुलाकर एक रेमडेसिविर का एक इंजेक्शन दिया गया था जिसका मीडिया के द्वारा स्टिंग किया गया है हैरानी और शर्मनाक बात यह है कि आरोपी नर्स ने व्हाट्सएप चैटिंग में खुद से कबूला और सिविल सर्जन को भी शामिल होना बताई थी जिसके बाद सिविल सर्जन पर कार्रवाई तो हो गई लेकिन आरोपी नर्स पर अब तक कोई भी कोई कार्यवाही नहीं किया है जिस पर आरोपी नर्स द्वारा मनमानी पर उतारू है जिसका कहर मरीजों को भुगतना पड़ता है।
*कोरोना की बनाई फर्जी रिपोर्ट*
बीते 6 मई को भदौरा निवासी कोरोनावायरस से संक्रमित मरीज डीसीएचसी में उपचार हेतु भर्ती हुआ था जहां उपचार नहीं करने को लेकर आरोपी डॉक्टर मुनेश्वर द्विवेदी डीसीएससी इंचार्ज जयललिता सिंह से कहा सुनी हो गई नाराज स्वास्थ्य कर्मियों ने एडमिट तो कर लिए लेकिन किसी तरह का उपचार नहीं किया गया जहां मरीज के द्वारा फोन के माध्यम से अपने परिजनों को पूरी बात बताई हैरानी यह शर्मनाक बात यह है कि इन दोनों स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा मरीज की रिपोर्ट को ही काली पेन से काटकर नेगेटिव लिख दिया। जहां कार्रवाई नहीं होने से जिले भर में आक्रोश है। वही मीडिया कर्मी अरुण गुप्ता के द्वारा प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान को मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क किया गया लेकिन खबर लिखे जाने तक मुख्यमंत्री का जबलपुर दौरा होने के कारण संपर्क नहीं हो पाया है।
*इनका कहना है*
पूरे मामले की जानकारी आपके द्वारा प्राप्त हुई है। ऐसा हुआ है तो बेहद ही शर्मनाक है दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
*बीडी शर्मा*
*भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मध्य प्रदेश*
मामले की जानकारी आपके द्वारा प्राप्त हुई है हमारे द्वारा हर संभव मदद की जाएगी तथा ऐसे आरोपियों पर कार्रवाई ना होना शर्मनाक है।
*अजय सिंह राहुल*
*पूर्व नेता प्रतिपक्ष मध्यप्रदेश*
RELATED ARTICLES
R.O,No: 13028/174
R.O,No: 13028/174
R.O,No: 13028/174
Recent Posts
- स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने किया धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण
- संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ में होंगे वर्ष भर कार्यक्रम
- 15 सदस्यीय केंद्रीय दल ने किया गरियाबंद व जशपुर में स्वास्थ्य सेवाओं का जायज़ा
- मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक 26 नवंबर को
- पूरे विश्व के लिए आदर्श है ‘सहकार से समृद्धि’ का भारतीय दर्शन : अमित शाह