एक देश में एक वैक्सीन की रेट की मुद्दे पर NSUI ने 27 अप्रैल को जिले भर में वर्चुअल धरना दिया
HNS24 NEWS April 28, 2021 0 COMMENTSरायगढ़ : एनएसयूआई ने 27 अप्रैल को जिले भर में वर्चुअल धरना दिया ज्ञात हो की एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यकक्ष राकेश पांडेय ने 26 अप्रैल को जिला एनएसयूआई की वर्चुअल मीटिंग आयोजित की थी जिसमे उन्होंने जिले के अपने समस्त कार्यकर्ताओं से आव्हान करके कहा था की केंद्र की मोदी सरकार एक देश में एक वैक्सीन की अलग अलग कीमतें निर्धारित कर रही हैं चूंकि पूरे देश में कोरोना महामारी ने विकराल रूप धारण कर लिया है ऐसे में केंद्र की मोदी सरकार पूरे देश में वैक्सीन का व्यापार कर रही हैं।
जिसके बाद के के एनएसयूआई ने केन्द्र सरकार के विरुद्ध 27 अप्रैल वैक्सिन के मुद्दे पर वर्चुअल धरना दिया जिसमे रायगढ़ जिला एनएसयूआई का मांग था की पूरे देश में एक वैक्सीन का एक दाम रखा जाएं जिला एनएसयूआई ने एक देश एक राष्ट्र एक वैक्सीन के तहत अपना वर्चुअल धरना दिया। जिला एनएसयूआई का यह धरना पूरे रायगढ़ जिले में कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित किया गया था जिसमे धर्मजयगढ़, सारंगढ़ ,तमनार, लैलूंगा, खरसिया, ,
बरमकेला, सहित पूरे जिले में आयोजित किया गया था। NSUI के प्रदेश उपाध्यक्ष राकेश पांडेय की अगुवाई में आज जिले भर के NSUI के कार्यकर्ता व पदाधिकारी अपने अपने घर के बाहर पूरे देश भर में वैक्सीन का एक दाम हो इस मांग के साथ धरना दिए,राकेश पाण्डेय ने कहाकि जब एक देश है बीमारी एक है तो एक वैक्सीन के अलग अलग दाम क्यों हैं केंद्र सरकार व्यापार व मुनाफाखोरी के नियत से ऐसा कर रही है आपदा भी जनता झेले और आपदा से बचने का आर्थिक बोझ भी जनता झेले ये कहाँ तक है उचित हैं काँग्रेस की सरकारों ने पोलियो जैसी बीमारी से लड़ाई के लिए मुफ्त टीकाकरण किया और आज सत्तर साल की दुहाई देने वाले लोग कोरोना वैक्सीन में व्यापार कर रहे है हमारी केंद्र की मोदी सरकार से मांग है कि जब देश एक है इस बीमारी के साथ देश एक होकर लड़ रहा है तो वैक्सीन के दाम अलग क्यो हैं एक देश है तो वैक्सीन का दाम भी एक हो। आज के वर्चुअल धरने में रायगढ़ जिले भर से हजारों की संख्या में एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने वर्चुअल धरना दिया , जिसमे nsui जिला अध्यक्ष उस्मान बेग, कार्यकारी जिला अध्यक्ष आरिफ हुसैन, प्रदेश सचिव शुभम बाजपेई, लैलूंगा विधानसभा अध्यक्ष प्रभात पटनायक , धर्मजयगढ़ विधानसभा अध्यक्ष सत्पुरुष महर्षि का अहम योगदान था।