November 22, 2024
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पारस राठौर : शिवपुरी : जिला अस्पताल में भर्ती वार्ड ब्वाय का एक बेरहम चेहरा देखने को मिला, अस्पताल में भर्ती एक मरीज को ऑक्सीजन दिया जा रहा था. इसी दौरान उसका ऑक्सीजन निकाल दिया गया. ऑक्सीजन निकलते ही, मरीज हाफने लगा और तड़प-तड़पकर उसकी मौत हो गई. जब इस बारे में अस्पताल अधीक्षक से पूछा गया, तो उन्होंने ऑक्सीजन हटाने की बात से इनकार कर दिया. लेकिन जब सीसीटीवी फुटेज सामने आया तो कहा- मरीज को ऑक्सीजन की जरुरत ही नहीं थी।

वाड ब्वाय ने मरीज का निकाला ऑक्सीजन, तड़प-तड़प कर मौत

जिला अस्पताल के कोविड वार्ड में दो दिन से भर्ती पिछोर के दुर्गापुर निवासी शिक्षक सुरेंद्र शर्मा की बुधवार की सुबह करीब सवा आठ बजे मौत हो गई. प्रारंभिक ताैर पर उनकी मौत की ऑक्सीजन हटाने से होना बताई जा रही है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने कोरोना मरीज की मौत के इस कारण को नकारने के लिए कई तरह के तर्क दिए, लेकिन वे अपने ही तर्कों में उलझते दिखे. परिजन के हंगामा और आरोपों के बीच अस्पताल के अधीक्षक डॉ के बी वर्मा ने कहा कि मरीज की ऑक्सीजन नहीं हटाई गई उनकी हालत खराब थी इसलिए उन्हें बचाया नहीं जा सका. इसके बाद भी परिजन नहीं माने और अस्पताल के वार्ड के सीसीटीवी फुटेज निकलवाने पर अड़ गए।

ऑक्सीजन निकाले का सीसीटीवी आया सामने

सीसीटीवी में पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हटाते हुए वार्ड ब्वॉय साफ तौर पर दिख रहा है. इसके बाद मेडिकल कॉलेज के डीन ने तर्क दिया कि मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत ही नहीं थी. इसलिए नर्स के कहने पर वार्ड ब्वॉय ने दूसरे मरीज के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर निकाल लिया. अस्पताल प्रबंधन के इन्हीं दो अलग- अलग तर्कों से मामला न केवल संदिग्ध हो गया है बल्कि जिम्मेदारों की मंशा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं. हालांकि बाद में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ अक्षय निगम ने पूरे मामले की जांच के लिए टीम गठित करने के आदेश दिए हैं. परिजन का आरोप है कि मंगलवार की रात 11 बजे से बुधवार की सुबह तक गंभीर हालत में तड़प रहे मरीज को देखने के लिए न तो नर्स आईं और न ही डॉक्टर।

असहनीय पीड़ा से बेड पर सिर पटकता रहा मरीज

ऑक्सीजन निकाले जाने के बाद असहनीय पीड़ा होने पर मरीज घुटनों में सिर फंसाता रहा, कभी सिर पटकते रहा, लेकिन किसी को दया नहीं आई. कोविड वार्ड में भर्ती शिक्षक सुरेंद्र शर्मा का बेटा मंगलवार की रात 11 बजे घर चला गया था. इसके कुछ देर वार्ड ब्वाय ने पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दूसरे मरीज के लिए निकाल ले गया. इसके बाद उनकी हालत बिगड़ती चली गई. समय पर इलाज नहीं मिलने पर शिक्षक सुरेंद्र शर्मा की पीड़ा बढ़ती चली गई. फुटेज में देखने पर पता चल रहा है कि असहनीय पीड़ा होने पर सुरेंद्र शर्मा अपना सिर घुटनों के बीच फंसाते दिख रहे हैं, तो कभी सिर पटकते दिख रहे हैं।

बेड पर तड़प-तड़प कर मर गए पिता, देखता रह गया बेटा

असहनीय पीड़ा होते देखने के बाद भी कोई उनकी मदद के लिए नहीं आया. सुबह 8 बजे वार्ड में पहुंचे बेटा दीपक शर्मा ने बताया कि पिता गंभीर हालत में थे. पिता के इलाज के लिए वार्ड के स्टाफ से मदद मांगी, लेकिन किसी ने सहायता नहीं की. सुबह ड्यूटी डॉक्टर से बात की तो भी गंभीरता से नहीं लिया. स्ट्रेचर नहीं मिला तो पिता को पीठ पर लादकर आईसीयू में ले जाने की कोशिश की. इस दौरान एक युवक ने जरूर आकर पिता के पैर पकड़वाने में मदद जरूर की।

HNS24 NEWS

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