कमाल है…किकिरदा घाट का रेत ठेका पर बसंतपुर से निकाल रहे रेत,खनिज विभाग मौन
HNS24 NEWS January 13, 2021 0 COMMENTSजांजगीर चांपा : कमाल है रेत ठेकेदार और खनिज विभाग की मिली भगत से चल रहा अवैध कारोबार।खनिज अधिकारी दे रहे रेत माफिया का साथ,खनिज विभाग में चल रहा कमिशन का खेल,नियमो को तक में रख रात में निकला जा रहा रेत
हसौद के बम्हनीडीह ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत बसंतपुर से गुजरने वाली छत्तीसगढ़ की जीवनदायनी नदी महानदी से रेत का अवैध उत्खनन और परिवहन धड़ल्ले से फल फूल रहा है । रेत माफिया यहां अवैध तरीके से रेत निकाल कर शासन को प्रति दिन लाखो के राजस्व का नुक़सान पहुंचा रहे है।इस अवैध कारोबार में खनिज विभाग के अधिकारियों की भी संलिप्तता साफ जाहिर हो रही है जिसके कारण महानदी का स्वरूप दिनों दिन बिगड़ता जा रहा है। महानदी के बसंतपुर घाट का ठेका अभी तक नहीं हुआ है इसके बाद भी रेत की अवैध उत्खनन किया जा रहा है। बताया जा रहा 500 से 1000 रुपये प्रति ट्रिप के हिसाब से ट्रैक्टर मालिकों से रेत माफिया वसूल कर अपनी झोली भर रहे हैं। जिसने इनके मांगों को हामी नहीं भरी उन्हें वाहन पकड़वाने की धमकी देकर खनिज अधिनियम के तहत कार्रवाई कराने की बात कही जाती है।क्षेत्र के रेत माफिया द्वारा रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन के दौरान तय की गई राशि देकर अवैध तरीके से क्षेत्र में रेत बेचने का काम किया जा रहा हैं।
जल्द ही नदी नाले मे तब्दील हो जाएगी
स्थानीय लोगों का कहना है कि फर्जी तरीके से रायल्टी के नाम पर खेले जाने वाला यह खेल प्रशासन के जिम्मेदारों द्वारा अगर समय रहते बंद नहीं कराया गया तो वह दिन दूर नहीं जब रेत भरी प्रदेश की यह जीवनदायनी नदी नालों में तब्दील हो जाएगी।
किकिरदा घाट के रायल्टी पर बसंतपुर घाट से हो रहा रेत का अवैध खनन
बसंतपुर घाट में महानदी से रेत माफिया द्वारा रेत निकाला जा रहा है रेत निकालने के बाद उनके द्वारा रायल्टी भी दिया जा रहा है पर वह रायल्टी किकिरदा घाट के नाम से काटा जा रहा
ग्रामीणों को मंहगे दाम पर मिल रही रेत
बताया जा रहा है कि क्षेत्र के ग्रामीणों को महंगे दाम पर रेत बेची जा रही है जिसका सबसे ज्यादा असर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाने वाले हितग्राहियों व गरीब तबके के लोगों को पड़ रहा है। महंगी दर पर रेत मिलने से मकान की लागत अधिक आ रही है। बसंतपुर गांव के आसपास कई गांव बसे हुए हैं और यहां से गुजरने वाली महा नदी जिसमें रेत रूपी खनिज का अपार भंडार है और रेत जो आज हर आदमी की जरूरत है,कोई भी निर्माण कार्य रेत के बिना संभव नहीं एवं किसी गरीब का घर बन नहीं सकता। अब यही रेत खनिज माफियाओं के कब्जे में हो जाने से ग्रामीण जो अपने क्षेत्र से गुजरने वाली नदी से भी रेत नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं उन्हें दबंग लोगों से रेत अवैध रूप की लेनी पड़ रही है और बदले में दुगने दाम चुकाने पड़ रहे हैं
शिकायत के बावजूद कार्रवाई नही
यह ग्रामीण अंचल बलौदा बाजार जिला की सीमा से लगा हुआ है।जिला का अंतिम क्षेत्र होने के कारण शिकायत के बावजूद यहां खनिज एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी रेत का अवैध उत्खनन करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई करने नहीं आ रहे जिससे यहां से निकाले जाने वाली रेत क्षेत्र के गांव के साथ ही दुसरे जिले की सीमावर्ती गांव में भी भेजी जा रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के समक्ष ये सवाल उठाया कि आखिर कब खनिज विभाग की नींद खुलेगी और इन अवैध कारोबारियों पर नकेल कसी जाएगी। क्षेत्र के नागरिकों द्वारा कहा जा रहा है कि किकिरदा घाट से रेत निकालने का ठेका हुआ है जो जैजैपुर ब्लाक में आता है पर रेत माफिया द्वारा किकिरदा घाट का रायल्टी दिखा कर बसंतपुर घाट से रोजाना सैकड़ों हाईवा वाहन अवैध तरीके से रेत निकाला जा रहा है।
सहायक खनिज अधिकारी के जानकारी मे महानदी का सीना चीर रहे रेत माफिया
ग्रामीणो ने बताया की कुछ दिन पहले सहायक खनिज अधिकारी को फोन के माध्यम से बसंतपुर घाट से ठेकेदार के द्वारा अवैध उत्खनन करने की सिकायत किये थे उसके बाद भी अब तक खनिज विभाग का एक भी कर्मचारी बसंतपुर घाट जांच करने नही पहुंचा है इससे साफ तौर पर पता चलता है किस तरह से खनिज विभाग के जिम्मेदार अधिकारी ठेकेदार के साथ मिली भगत कर के महानदी का सीना चीर रहे है
ठेकेदार की ऊंची पहुंच के आगे बेबस खनिज विभाग
ग्रामीणो से मिली जानकारी के अनुसार किकिरदा घाट के ठेकेदार की ऊंची पहुंच होने के कारण खनिज विभाग के आला अधिकारी ठेकेदार के खिलाफ किसी तरह की कार्यवाही करने से घबरा रहे की कही ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही कर दिया तो उनका ट्रांसफर न करवा दे इसी कारण खनिज विभाग ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही करने से घबरा रही है और ठेकेदार के द्वारा अवैध उत्खनन जारी रखते हुए शासन को करोडों की राजस्व की हानि पहुंचा रहे है।
जांच करवाएंगे जांच के बाद जो दोषी मिलेगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।