ईओडब्ल्यू एसीबी के नाम से डरा धमकाकर उगाही करने वाले बर्खास्त पुलिसकर्मी के खिलाफEOW की बड़ी कार्यवाही
HNS24 NEWS November 6, 2020 0 COMMENTSचित्रा पटेल : रायपुर : राजधानी रायपुर में EOW की बड़ी कारवाई,EOW/ACB के नाम पर डरा धमकाकर वसूली करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए निदेशक एवं पुलिस महा निरीक्षक ईओडब्ल्यू एसीबी आरिफ एच शेख ने बताया की लगातार सूत्रों से मिली जानकारी मिल रही थी, की ईओडब्ल्यू एसीबी के पूरा कर्मचारियों आपराधिक प्रवृत्ति के अन्य व्यक्तियों के द्वारा कई लोगकहानी गढ़ कर अनेक शासकीय अधिकारियों कर्मचारियों को निशाना बनाकर प्रकरण दर्ज प्रकरणों को समाप्त कराने अथवा ने प्रकरण दर्ज कराने का भय दिखाकर बड़े रकम की उगाही की जा रही है जिस पर विभाग द्वारा गंभीरता से लेते हुए एक टीम गठित की गई वह जो तस्दीक पर सही पाए जाने और पीड़ित व्यक्तियों के द्वारा इस आशय के द्वारा आवेदन प्रस्तुत करने पर उन्हें संबंधित जिले के थानों में भेजा जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई गई
पुलिस विभाग से पुरवा में बर्खास्त उपनिरीक्षक सत्येंद्र सिंह वर्मा द्वारा भाटापारा बलौदा बाजार निवासी पटवारी को एसीबी में चल रहे शिकायत जांच के संबंध में स्वयं को e-w oमुख्यालय में अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए समाप्त करवा दूंगा एवं मेरा डीआईजी आरिफ खान साहब और एसपी पंकज चंद्रा के साथ सीधा संबंध है और उन्हीं के लिए काम करता हूं इस प्रकार का लोक दिखाकर ₹500000 की लगातार मांग कर दबाव बना रहा था प्रार्थी द्वारा इस संबंध में e-w वह मुख्यालय को जानकारी देकर इसकी शिकायत थाना भाटापारा शहर जिला बलौदा बाजार में की गई रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 422/2020,कायम कर विवेचना में लिया गया वह विवेचना के दौरान भाटापारा बलोदा बाजार पुलिस द्वारा आरोपी सत्येंद्र सिंह वर्मा बर्खास्त सुधा उपनिरीक्षक को प्रकरण में गिरफ्तार किया गया
इसी तरह राजेश तराटेरायपुर द्वारा वन विभाग में अपने आप को आरटीआई एक्टिविस्ट पत्रकार होने का परिचय देकर वहां पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों की जानकारी लेने हेतु आरटीआई के तहत आवेदन लगाया गया और जानकारी प्राप्त करने के उपरांत गुप्ता अधिकारियों से ईओडब्ल्यू एसीबी में प्रकरण दर्ज कराने का भय दिखाकर कहा जाता था कि उसका यूजी आरिफ शेख खान और एसपी पंकज चंद्रा के साथ सीधा संबंध है और उन्हीं के लिए काम करता हूं काकर रुपए की मांग की जाती थी राजेश ने एक एसडीओ और एक वनपाल को भय दिखाकर ₹10000 ₹15000 वसूल लियाऔर शेष रकम के लिए लगातार दबाव बना रहा था प्राचीन द्वारा ईओडब्ल्यू मुख्यालय में इसकी सूचना दी गई एवं उनके द्वारा थाना सिविल लाइन रायपुर में रिपोर्ट किया गया जिस पर अपराध क्रमांक 440/2020 व 442/2028,कायम कर थाना सिविल लाइन द्वारा दोनों प्रकरण में आरोपी राजेश तराते की गिरफ्तारी की गई।
इसी तरह जिला पुलिस बल रायपुर से निलंबित सहायक उप निरीक्षक विनोद वर्मा एवं उसके साथियों द्वारा वन विभाग के वन परीक्षेत्र अधिकारी को अपने आप को और डब्लू का स्टॉप बताकर उनके विरुद्ध आर्थिक अपराध की गंभीरता से क्या है बता कर जेल भेज देने का भाई दिखाया गया तथा मामले को सुलझाने के एवं 1000000 रुपए की मांग की गई आरोपी यह कहता था कि उसकाडीआईजी आरिफ खान और एसपी पंकज चंद्रा के साथ सीधा संबंध है और उन्हीं के लिए काम करता हूं कहता था आरोपी विनोद वर्मा एवं उसके साथी के भया दोहन से डरकर प्रार्थी ने आरोपी को अपने परिचितों और रिश्तेदारों से रकम लेकर किस्तों में ₹1000000 नगद का भुगतान किया गया इसकी सूचना प्रार्थी द्वारा ईओडब्ल्यू मेंदी गई एवं उसके रिपोर्ट पर थाना टिकरापारा रायपुर में अपराध क्रमांक 442/202,धारा384,34 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
निलंबित एएसआई विनोद वर्मा एवं उसके साथी के विरुद्ध पूर्व में थाना कोतवाली बलौदा बाजार में अपराध क्रमांक 432/2020, पंजीबद्ध हुआ था जिसमें उसकी गिरफ्तारी की जा चुकी है।
इस प्रकरण से जुड़े अन्य को की पतासाजी पुलिस कर रही है।