November 25, 2024
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रायपुर। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने किसान संघर्ष समिति की उस मांग का समर्थन किया है जिसमें समिति ने शासन से कहा है कि सड़कों-गलियों में घूम रहे गौ-पशुधन के लिए एक अभ्यारण्य बनाकर उनकी सुरक्षा व चारा-पानी का इंतज़ाम किया जाए। शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी दम तोड़ चुकी गौठान योजना को देखते हुए इस दिशा में काम करके गौ-पशुधन की अकाल मौतों को रोकने का काम करे।

भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष  शर्मा ने हाल ही आरंग-अभनपुर मार्ग पर गाज गिरने से हुई 34 मवेशियों की मौत पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि सरकार गौ-पशुधन की मौत के इस मामले की बारीकी से जाँच कराए और इन गायों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक करे। शर्मा ने कहा कि गाज गिरने से एक साथ इतनी गायों की मौत की बात नितांत अविश्वसनीय है और प्रदेश सरकार को इस मामले में संज्ञान लेकर जाँच के आदेश देना चाहिए। शर्मा ने कहा कि गौठान योजना की शर्मनाक विफलता के चलते रोका-छेका योजना के मोर्चे पर भी प्रदेश सरकार को मुँह की खानी पड़ी है। इस प्रदेश सरकार के कार्यकाल में इन मुँहजुबानी योजनाओं की घोषणा के बाद से लगातार प्रदेशभर में गौ-पशुधन की अकाल और अस्वाभाविक मौतों का एक तरह से सिलसिला चल पड़ा है और प्रदेश सरकार इन मामलों की पुनरावृत्ति रोक पाने में नाकारा साबित हुई है।
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष  शर्मा ने कहा कि किसान संघर्ष समिति का यह कहना एकदम वाज़िब है कि प्रदेश सरकार गौठानों की व्यवस्था कर पाने में विफल सिद्ध हुई है और उसके लिए पर्याप्त संसाधन गौठान समितियों को मुहैया नहीं कराए गए हैं। इसके चलते जब भी कोई अनहोनी घटना होती है तो समितियों को ही दोषी ठहराया जाता है। शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार बिना सोचे-विचारे योजनाएँ तो शुरू कर देती है, लेकिन उस दृष्टि से पर्याप्त व्यवस्थाओं पर वह किंचित भी ध्यान नहीं देती और अपने निकम्मेपन का ठीकरा वह ग्राम की समितियों पर फोड़ने पर उतारू हो जाती है। इसलिए अब प्रदेश सरकार एक अभ्यारण्य जैसी किसी योजना पर काम कर गौ-पशुधन की सरक्षा और उनके चारा-पानी की स्थायी व्यवस्था करे।।

HNS24 NEWS

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