रायपुर : छत्तीसगढ़ प्रदेश की राजधानी रायपुर आज आप अपराधधानी बन गई है। डकैती,लूट,हत्या, बलात्कार,चोरी के मामले प्रदेश के विभिन्न शहरों के की तुलना में यहां सबसे ज्यादा है।
कुल हुए अपराधों में लगभग 20 प्रतिशत योगदान अकेले रायपुर का है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि कांग्रेस राज में राजधानी रायपुर बना प्रदेश का सबसे असुरक्षित शहर है।
यह जानकारी विधानसभा सत्र के दौरान भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल द्वारा पूछे गए प्रदेश में विभिन्न अपराध के दर्ज प्रकरणों की जानकारी पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू द्वारा प्रस्तुत लिखित जवाब में दी गई।
बृजमोहन अग्रवाल ने गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू से पूछा कि 1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2020 तक प्रदेश में डकैती, लूट,हत्या,बलात्कार व चोरी के कितने प्रकरण दर्ज किए गए हैं उन्होंने जिलेवार अपराध की जानकारी चाही। साथ ही उन्होंने उल्लेखित अपराधों में कितने प्रश्नों में आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है व कितने प्रकरणों में अपराधी अभी भी फरार हैं की भी जानकारी मांगी थी।
अपने लिखित जवाब में गृह मंत्री ने बताया कि बीते 1 वर्ष में प्रदेश में डकैती के 62, लूट के 475,हत्या के 984, बलात्कार के 2575 और चोरी के 12913 अपराध हुए है। अकेले राजधानी रायपुर में 90 लूट,85 हत्या, 301 बलात्कार, 2326 चोरी के मामले दर्ज हुए है।
दी गई जानकारी के अनुसार उल्लेखित समयावधि में कुल 17009 अपराध हुए। गृह मंत्री ने बताया कि 7556 प्रकरणों में आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।
एवं 20 मामलों के अपराधी अभी फरार है। पर अपने जवाब में भी गृह मंत्री ने कुछ सवाल भी छोड़ दिया।उन्होंने बचे 9433 मामलों के अपराधियों की जानकारी नही दी।