November 22, 2024
  • 1:16 pm सभी जनप्रतिनिधियों और किसानों को सहकारिता से जोड़ा जाए – केदार कश्यप
  • 1:13 pm मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल
  • 12:37 pm सुकमा जिले में आज सुबह सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई में 10 नक्सलियों को मार गिराया
  • 6:28 am मुख्यमंत्री ने सपरिवार देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म
  • 7:40 pm सुरक्षा बल का हिस्सा बनकर होता है गर्व: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से बोली महिला कांस्टेबल

छत्तीसगढ़ : रायपुर 18 नवंबर 2018। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के निर्वाचन क्षेत्र पाटन सहित धरसींवा, सांकरा, भाठापारा, बलौदाबाजार और पूरे प्रदेश में अवैध शराब पकड़ाने की बड़ी संख्या में हो रही घटनाओं की कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि शराब पकड़ने की सभी घटनाओं में जो शराब की बोतलों से भरे सील पैक कार्टून बरामद हुए हैं उससे स्पष्ट है कि यह पूरा काम रमन सिंह सरकार के आबकारी विभाग और डिस्टीलरी मालिकों की मिलीभगत से किया जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सभी मामलों में जप्त हुई शराब बिना होलोग्राम बिना डिस्टीलरी के कागजों के मिली है। इससे स्पष्ट है कि डिस्टलरी ने यह माल बिना टैक्स के और बिना एक्साइज ड्यूटी के निकाला है यह मामला सीधे सीधे एक्साइज ड्यूटी और टैक्स चोरी का मामला है। बिना होलोग्राम के डिस्टलरी से शराब निकलना एक बेहद गंभीर अपराध है और यह काम बिना सरकारी तंत्र के मिलीभगत के संभव ही नहीं है। निर्वाचन को प्रभावित करने के लिए बड़े पैमाने पर पूरे प्रदेश में सरकारी शराब इस तरीके से बांटना एक निर्वाचन अपराध है, जो छत्तीसगढ़ में खुलेआम जारी है।

यह अपराध इसलिए और ज्यादा गंभीर हो जाता है क्योंकि छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री सरकारी तंत्र द्वारा की जा रही है। इतने बड़े पैमाने पर बिना एक्साइज ड्यूटी और टैक्स पटे शराब का राज्य भर में जप्ती होना बेहद गंभीर अपराध है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में आबकारी विभाग के सरकारी तंत्र द्वारा जिस तरह से शराब दुकानों के नाम पर बिना एक्साइज ड्यूटी, बिना टैक्स, बिना होलोग्राम की शराब निर्वाचन के लिए निकालने का मामला है जिस तरीके से शराब पैक की गई है बोतलों में जो सील लगी है वह डिस्टलरी मालिकों की इसमें मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।

छत्तीसगढ़ में शराब का काम मुख्य रूप से तीन डिस्टीलरियों के पास है भाटिया डिस्टलरी, केडिया डिस्टीलरी और वेलकम डिस्टलरी। कुछ दिनों पूर्व पर्यावरण विभाग से नोटिस देकर भाटिया डिस्टीलरी को बंद करा दिया गया और जिन जिले में भाटिया डिस्टीलरी का काम था उसे वेलकम डिस्टीलरी और केडिया डिस्टीलरी को अलॉट कर दिया गया।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इस प्रकार शराब वितरण प्रक्रिया को संभव और सुगम बनाने के लिए आबकारी विभाग के साथ-साथ पर्यावरण विभाग का भी उपयोग किया गया। यह पूरी बात ब्रिवरीज कारपोरेशन के प्रमुख देवजी पटेल ने अपने स्टिंग ऑपरेशन में कही है।

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार डिस्टीलरी और सरकारी दुकानों के नाम पर शराब निकाल कर एक और सरकारी शराब व्यापार का भाजपा के राजनीतिक हितों के लिए दुरुपयोग करने में लगी है, दूसरी ओर इस काम में सरकार के पर्यावरण विभाग और आबकारी विभाग का उपयोग किया जा रहा है। सरकारी शराब से चुनाव को प्रभावित करने के निर्वाचन अपराध की इस काम में सीधे-सीधे मुख्यमंत्री लगातार सरकारी अमले को प्रभावित करने में लगे हुए हैं। कांग्रेस मांग करती है कि तत्काल प्रभाव से सरकारी शराब दुकानों से शराब बेचने डिस्टीलरी से शराब निकालने और पूरे राज्य में शराब के किसी भी प्रकार के परिवहन और क्रय विक्रय पर पाबंदी लगाई जाए। कांग्रेस, पर्यावरण विभाग और आबकारी विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ मुख्यमंत्री पर निर्वाचन अपराध पंजीबद्ध करने की मांग करती है। छत्तीसगढ़ में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर सीधे-सीधे शराब की सरकारी बिक्री का दुरुपयोग निर्वाचन को प्रभावित करने के लिए मुख्यमंत्री और आबकारी मंत्री के साथ-साथ पर्यावरण विभाग और आबकारी विभाग के अधिकारियों और डिस्टीलरी मालिकों के द्वारा किया जा रहा है।

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT