राजस्व मंत्री ने बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से दूरभाष पर की चर्चा …. दिए आवश्यक निर्देश
HNS24 NEWS July 31, 2019 0 COMMENTSरायपुर : दिनांक 30 जुलाई 2019 को प्रदेश के राजस्व-पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने बस्तर संभाग में बाढ़ प्रभावित जिलों के कलेक्टरों से दूरभाष से संपर्क कर उन्हें लगातार हो रही बारिश और अतिवृष्टि के मद्देनजर स्थिति पर सतत निगरानी रखे जाने के निर्देश दिए हैं। वहीं बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर बचाव एवं राहत के लिए पूरी तैयारी सुनिश्चित करने कहा है। राजस्व मंत्री ने दूरभाष पर चर्चा कर सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में वर्षा और खेती-किसानी की विस्तृत जानकारी ली और निर्देशित किया है कि अतिवर्षा पर सतत निगरानी रखी जाए और विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिये सतर्कता एवं बचाव की पूरी तैयारी सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही बाढ़ राहत एवं बचाव दल को संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तैनात किया जाए, ताकि बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर तत्काल बचाव एवं राहत कार्य सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर नदी-नालों के उफान पर होने की स्थिति में नदी-नाले को पार नहीं करने तथा आवश्यक सतर्कता बरतने के लिये जनसाधारण को समझाईश देने के निर्देश भी दिए हैं।
मंत्री अग्रवाल ने इस संबंध में कोटवारों के माध्यम से मुनादी करवाकर लोगों को सावधानी बरतने के लिये अवगत कराने निर्देशित किया है। उन्होंने जिलों में खरीफ फसल की बुआई और खेती-किसानी के लिये बीज-जैविक खाद तथा अन्य कृषि आदान सामग्री की उपलब्धता सहित फसल ऋण की सुलभता के बारे में जानकारी ली और खेती-किसानी हेतु अधिकाधिक किसानों को फसल ऋण सुलभ कराये जाने के निर्देश दिए हैं। वहीं फसल बीमा योजनान्तर्गत ज्यादा से ज्यादा किसानों के खरीफ धान एवं मक्का फसल क्षेत्र को बीमित किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस दिशा में विभिन्न बैंकों और विभागों के मध्य समन्वय स्थापित कर किसानों को प्रोत्साहित करने सहित फसल बीमा सुनिश्चित किए जाने निर्देशित किया है।
बस्तर कलेक्टर डॉ. अय्याज तंबोली ने बताया कि जगदलपुर के समीप गोरिया बहार नाले में आए उफान के कारण आमागुड़ा के गणपति रिजॉर्ट में फंसे 49 लोगों को होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया। रेस्क्यू के बाद इन सभी को भगत सिंह स्कूल में बनाए गए राहत कैम्प में रखा गया। इसके साथ ही बकावंड विकासखण्ड के बेलगांव में स्थित पम्प हाऊस में फंसे 6 लोगों को भी सुरक्षित निकाला गया। प्रभावित क्षेत्रों के 168 लोगों को शहर के चार राहत शिविरों में रखा गया है।
सुकमा कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने मंत्री को बताया कि सुकमा नगर के हाई स्कूल को राहत शिविर के रूप में स्थापित किया गया है तथा पुराना जिला अस्पताल को अस्थाई अस्पताल के रूप में चालू किया गया है। प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को राहत शिविर में रखा गया है। सुकमा-जगदलपुर, सुकमा-कोंटा और सुकमा-मलकानगिरी मार्ग में जल भराव की स्थिति को आवाजाही हेतु पुलिस बल तथा प्रशासन के द्वारा आवश्यक व्यवस्था की गई है।
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