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रायपुर : दिनांक 22 जुलाई 2019, छत्तीसगढ़ राज्य के कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने और इस दृष्टि से आम नागरिकों ऐसे कौशल युक्त युवाओं की जानकारी सुलभता से उपलब्ध कराने की दृष्टि से मोबाइल एप बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने प्रदेश के मुख्य सचिव को निर्देशित किया है कि मुख्यमंत्री ने  कौशल विकास योजना के अंतर्गत राज्य के विभिन्न कौशलों से प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दृष्टि से अधिक अवसर प्रदाय करने के लिए और अधिक प्रयासों पर जोर दे। उन्होंने इस संबंध में रोजगार संचालनालय और कौशल विकास प्राधिकरण तथा संबंधित विभागों को भी आवश्यक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि देखा गया है कि कुशल युवाओं की विभिन्न क्षेत्र में मांग होती है, लेकिन उनकी सुलभता की जानकारी आम नागरिकों को नहीं होती। जिससे रोजगार के अवसर होते हुए भी कौशल प्राप्त युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाता।

मुख्यमंत्री ने ऐसे मोबाइल एप बनाने पर जोर दिया है कि जिसमें विभिन्न कौशल प्रशिक्षित युवाओं के संबंध में आवश्यक जानकारी उपलब्ध रहे और इसके आधार पर छोटे-बड़े उद्योग, संस्थाएं एवं आम नागरिक ऐसे युवाओं को रोजगार के लिए आमंत्रित कर सकें।
मुख्यमंत्री ने रोजगार संचालनालय को प्रस्तावित मोबाइल एप में विभिन्न नियोक्ताओं द्वारा दी गई रिक्त पदों की जानकारी नियमित रूप से अपडेट करने के निर्देश दिए हैं, जिससे कि युवाओं को रोजगार के अवसरों की जानकारी लगातार मिलती रहे। उन्होंने रोजगार कार्यालय में पंजीयन की पूरी प्रक्रिया को भी इसी मोबाइल एप पर उपलब्ध कराने कहा है। इसी तरह रोजगार पंजीयन के समय ही युवाओं से उनके द्वारा प्राप्त कौशल प्रशिक्षण की जानकारी भी प्राप्त की जाएगी और रोजगार कार्यालयों में ऐसे कौशल प्राप्त युवाओं की जानकारी संधारित की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने रोजगार कार्यालय तथा कौशल प्रशिक्षण केन्द्रों के मध्य समन्वय बढ़ाने पर भी जोर दिया है। उन्होंने इसके लिए सभी जिलों के रोजगार अधिकारियों को कौशल प्रशिक्षण से जुड़ी योजनाओं के संचालन एवं निगरानी से जोड़ने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए सहायक संचालक, कौशल विकास प्राधिकरण रोजगार अधिकारी के नेतृत्व में कार्य करने के लिए निर्देशित किया हैं, वहीं सम्पूर्ण कार्य की मॉनिटरिंग केे लिए डिप्टी कलेक्टर को भी प्रभारी बनाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की अभिनव पहल के लिए ‘नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी’ योजना में वैज्ञानिक पद्धतियों के समावेश के लिए जरूरी है कि इस कार्य में कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को जोड़ा जाए। इसी तरह जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में भी प्रशिक्षण युवाओं को जोड़ा जाए और उन्हें प्रशिक्षित किया जाए। ऐसे प्रशिक्षित युवाओं की मदद से ग्राम पंचायतों और नगरीय निकायों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के कार्यों में तेजी लाई जाएगी।

HNS24 NEWS

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