November 22, 2024
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रायपुर/19 जुलाई 2024। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि 2024 में भी यदि लोग मलेरिया और डायरिया से मर रहे हैं यह डबल इंजन सरकार की पोल खोल रही है। मलेरिया, डायरिया से लगातार बढ़ती मौत का हाई कोर्ट संज्ञान लेकर राज्य सरकार को नोटिस देना प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है। स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रणाली पर कितनी शर्म की बात है लगातार स्वास्थ्य मंत्री झूठ पर झूठ बोले जा रहे थे सच के सामने झूठ का कद हमेशा छोटा ही रहता है इसीलिए हाई कोर्ट संज्ञान लेकर शासन को नोटिस भेजा जाता है की इतनी बड़ी लापरवाही ?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि जून का महीना मलेरिया माह घोषित होने के बावजूद विष्णु देव साय के शासन की ओर से बचाव के लिए कोई अभियान नहीं चलाया जाना और सिर्फ कागजों और मीडिया में झूठ बोलते रहना भाजपा शासन के लापरवाही के कारण प्रदेश में मलेरिया, डायरिया फिर से पैर पसार रहा है। पूर्ववर्ती 15 साल की भारतीय जनता पार्टी के सरकार में ऐसे ही मलेरिया और डायरिया से लोगों की हजारों मौत होती रही।
2018 में जब भाजपा के 15 साल के कुशासन का अंत हुआ था और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी उस समय छत्तीसगढ़ में मलेरिया की संक्रमण दर 2.63 प्रतिशत था जो 5 साल के कांग्रेस के सुशासन में मलेरिया उन्मूलन अभियान के बेहतर क्रियान्वयन के फलस्वरुप घटकर मात्र 0.99 प्रतिशत रह गई थी। अब छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद फिर से लोगों को डायरिया और मलेरिया बीमारी निगल रही है।
कांग्रेस का दावा है कि मच्छरदानी और क्लोरीन की दवाएं खरीदने तक के पैसे सरकार के पास नहीं हैं. सरकार की लापरवाही से हालात बिगड़े।
’’छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य की स्थिति भयावह हो रही है। वनांचल में ही नहीं शहर में भी स्थिति ठीक नहीं लोग मलेरिया और डायरिया जैसी सामान्य बीमारी से मर रहे हैं। जशपुर में दो बच्चों का मौत, कवर्धा के चिल्फी में संरक्षित जनजाति बैगा परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। बीजापुर पोटाकेबिन में दो बच्चियों की मलेरिया से मौत हो गई। बिलासपुर जिला में दो भाइयों की मौत, गरियाबंद जिला के मैनपुर के कुल्हाड़ी घाट शोभा, गोना क्षेत्र में मलेरिया का कहर जारी है एक बच्ची की मौत।
पूरा गांव मलेरिया प्रभावित है। मच्छरदानी का वितरण नहीं किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री जी को बताना चाहिए कि जो हाट बाजार क्लिनिक पूर्ववर्ती सरकार ने चालू किए वो क्यों बंद पड़े हैं? सरकार बनने के बाद स्वास्थ्य सुधार लगभग ठप्प हो चुका है। रायपुर के मेकाहारा अस्पताल में 50 करोड़ की मशीन बंद पड़ी है। जशपुर से लेकर रायपुर, बिलासपुर, बीजापुर तक यही हाल है’’.

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने मच्छरदानी पर भ्रष्टाचार होने का आरोप लगाते हुए कहा कि गरियाबंद जिला में मच्छरदानी बांटने के नाम पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है लोगों ने इसकी शिकायत भी की है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मलेरिया और डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या को छुपा रही है और साथ ही इस बीमारी से मरने वालों की आंकड़ा को भी छुपाने का काम भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा किया जा रहा है।

HNS24 NEWS

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