रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री व बीजापुर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी महेश गागड़ा ने कांग्रेस सरकार के इशारे पर चुनाव को भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को तत्काल बीजापुर के जिला निर्वाचन अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही करने का आग्रह दोहराया है। उन्होंने जोगी कांग्रेस के उम्मीदवार रामधार जुर्री द्वारा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को भेजे गए प्रमाणों का हवाला देते हुए कहा कि हम लगातार बीजापुर में की जा रही चुनाव धांधली की शिकायत कर रहे हैं लेकिन जिला निर्वाचन अधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे स्पष्ट रूप से आशंका है कि चुनाव को भ्रष्ट आचार की भेंट चढ़ाया जा रहा है।
पूर्व मंत्री व बीजापुर से भाजपा प्रत्याशी महेश गागड़ा ने कहा कि पूरे चुनाव के दौरान यह देखा गया कि बीजापुर में निर्वाचन अधिकारी ने कांग्रेस के एजेंट के तौर पर काम करते हुए निष्पक्ष चुनाव की प्रतिबद्धता की धज्जियां उड़ाई हैं और मतगणना में भी धांधली की पूरी तैयारी की गई है। बीजापुर में निर्वाचन अधिकारी कांग्रेस के पक्ष में काम कर रहे हैं। जिसका प्रमाण जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी ने भी उजागर कर दिए हैं। यह साफ हो गया है कि जिला निर्वाचन अधिकारी और इनके उप अधिकारी के तैनात रहते निष्पक्ष मतगणना सम्भव नहीं है। ये निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देश के विरुद्ध कांग्रेस के पक्ष में परिणाम प्रभावित करने में लगे हुए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर राजेन्द्र कटारा को तत्काल हटाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जोगी कांग्रेस के प्रत्याशी ने कांग्रेस के पक्ष में चल रहे गोलमाल को पकड़ा तो उनके साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया, वह प्रमाण है कि निर्वाचन अधिकारी चुनाव आयोग की जगह कांग्रेस के निर्देश के मुताबिक काम कर रहे हैं। एक राजनीतिक दल के अधिकृत प्रत्याशी को निर्वाचन अधिकारी न पहचानें और उनके द्वारा पकड़ी गई धांधली का जवाब न देकर उन पर ही दबाव बनाएं, यह चुनाव में भ्रष्टाचार करने की साजिश है। आश्चर्य है कि निर्वाचन आयोग ऐसी खुली अनियमितता पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं कर सका है। छत्तीसगढ़ में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो रहा। यहां कांग्रेस की ओर से चुनाव अधिकारी चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने तत्काल कार्रवाई की मांग की है।