राज्यपाल ने कहा नौजवानों को सेना में जाने के लिए प्रोत्साहित करें, अग्निवीर योजना का प्रचार प्रसार, छ ग के लोग सेना में भर्ती हों
HNS24 NEWS October 13, 2022 0 COMMENTSरायपुर : दिनांक13/10/22, छत्तीसगढ राज्यपाल अनुसुईया उइके ने सैनिक कल्याण बोर्ड छत्तीसगढ़ की अमलगामेटेड स्पेशल फंड के राज्य प्रबंधन समिति की 14 वीं बैठक आज राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुई । राज्यपाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा हमने बैठक में यह भी कहा है कि भूतपूर्व सैनिक को नौजवानों को सेना में जाने के लिए प्रोत्साहित करें, अग्निवीर योजना का प्रचार प्रसार, क्योंकि हमने देखा है कि हमारे सैनिकों में छत्तीसगढ़ राज्य बहुत पीछे हैं जैसे पंजाब-हरियाणा है राजस्थान है इन प्रदेशों के लोग बड़ी संख्या में बिहार के लोक मध्यप्रदेश में छत्तीसगढ़ में जो अग्निवीर योजना है उसमें ज्यादा से ज्यादा हमारे छत्तीसगढ़ के लोग सेना में भर्ती हो और उसको मोटिवेशन भी करें , और असली में बीच में इसके बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण लोग उसको दूसरे ढंग से की, और लोग यह समझे कि केवल 4 साल की नौकरी है और चार साल के बाद बेरोजगार हो जाएंगे, राज्यपाल उइके ने आगे कहा कि उसमें बेरोजगार नहीं होंगे। यह 18 से 23 साल तक का है और अब 23 साल के बाद जो लोग सेलेक्ट हो जाएंगे उसमें और जो उसके बाद भी 25 परसेंट लोगों को रेगुलर किए जाएंगे अगर बाद में जो लोग बाहर होने के बाद उनको 11 लाख रुपया बनेगा एकमुश्त राशि मिलेगी आर्थिक मदद के रूप में दिए जाएंगे और साथ में उनका इंश्योरेंस भी किया जाएगा । अगर इस बीच में उनके साथ कुछ दुर्घटना या शाहिद हो जाते हैं, तो उसे किसी तरीके से तो इंश्योरेंस मिलेगा।
महामहिम राज्यपाल ने आगे कहा कि 23 साल के बाद यह तमाम सारी चीजों को लेकर 23 साल के बाद दूसरी प्रशासनिक सेवा में जाना चाहे तो या कोई कोर्स करना चाहे तो जॉब के लिए जैसे पीएससी का एग्जाम देना चाहता है या मेडिकल में या अन्य में तो वह उस 11लाख पैसे का उपयोग कर सकता है, राज्यपाल ने कहा कि अगर एक चपरासी पूरी जिंदगी भर नौकरी करेगा तो उतना पैसा11लाख रुपया एकत्र नहीं कर पाएगा और एक सैनिक को चार साल में सरकार 11लाख रुपए दे रही है, तो बेरोजगार से तो अच्छा है कि वह एक अच्छा है देश भक्त, एक भावना, देशभक्ति के प्रति उसकी भावना जागृत होगा। हमारे भूतपूर्व सैनिक है जो रिटायर हुए हैं हमारे यहां के पढ़े-लिखे युवाओं को ट्रेन करें उनको प्रशिक्षित करें कि जीवन में देश की रक्षा करना। और वुवाओं को बताएं की हमें कैसे तैयार होना है और देश के लिए हम लोगों ने देश की रक्षा के लिए कैसे समर्पण किया, देश के लिए लड़ाई लड़ी है, सम्मान मिलता है । और उसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकार सम्मानित करती है पद्मश्री से लेकर तमाम प्रकार सम्मान मिलता है।