रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आव्हान पर प्रदेशभर के कर्मचारियों का मंहगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा की मांगों को लेकर गुरूवार को चौथे दिन भी आंदोलन जारी रहा। फेडरेशन द्वारा आयोजित आंदोलन को समर्थन देने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय धरनास्थल पहुंचे। अन्य जिलों में भी भाजपा नेताओं ने धरनास्थल पहुंचकर समर्थन दिया। वहीं हरेली त्योहार को देखते हुए कर्मचारियों ने पूजा पाठ कर धरनास्थल पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के चार दिन बाद भी राज्य सरकार की ओर से इसे समाप्त कराने कोई पहल नहीं की जा गई है।
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा, प्रमुख प्रवक्ता विजय झा ने बताया कि कई कर्मचारी नेता साजा विकासखंड के कर्मचारियों का उत्साहवर्धन करने पहुंचे। श्री वर्मा ने यहां उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, कर्मचारियों की एकता के कारण सरकार को हमारा लंबित मंहगाई भत्ता एवं गृहभाड़ा भत्ता की दो सूत्रीय मांगों को पूरा करना होगा। चौथे दिन के आंदोलन में सभी जिलों मुख्यालयों और संभागों में आंदोलन सफल रहा। नवा रायपुर संचालनालय व इंद्रावती भवन पूर्णतः चौथे दिन भी बंद रहा। बूढ़ापारा धरना स्थल में आंदोलन के दौरान राजगीत ‘अरपा पैरी की धार’ तथा हरेली त्योहार होने के कारण पंडाल में नीमपत्ती लगाकर प्रदर्शन का आगाज किया गया। बूढातालाब धरना स्थल में हजारों की संख्या में कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे।
धरनास्थल पर चढ़े गेड़ी
कर्मचारियों ने हरेली पर धरनास्थल में ही गेड़ी का आनंद लिया। नागर, कुदाली आदि कृषि कार्य में उपयोग होने वाले औजारों की पांरपरिक तरीके से पूजा की तथा पारंपरिक व्यंजनों का आनंद लिया। आंदोलन के चौथे दिन छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन से संबद्ध संगठनों के प्रांताध्यक्ष संजय सिंह, चंद्रशेखर तिवारी, अजय तिवारी, पंकज पांडेय, संजय सक्सेना, सत्येन्द्र देवांगन, यशवंत वर्मा, राकेश शर्मा, अश्वनी चेलक एवं विभिन्न संगठनों के प्रांताध्यक्ष उपस्थित रहे।
आज अंतिम दिन, सौंपेंगे ज्ञापन
कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के 5 दिवसीय आंदोलन का अंतिम दिन होने के कारण पूरे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में ब्लाक और तहसील के कर्मचारी अधिकारी अपने-अपने जिलों में दोपहर 3 बजे रैली निकालकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौपेंगे।
भाजपा ने दिया समर्थन
प्रदेश के कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन द्वारा आयोजित आंदोलन को समर्थन देने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय धरना स्थल पहुंचे। उन्होंने कहा, राज्य सरकार ने प्रदेश के किसान युवा कर्मचारी समेत हर वर्ग को ठगा है। इसके चलते आज प्रदेश का कामकाज ठप हो गया है। पूरे प्रदेश में पांच लाख कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं। जीडीपी के नाम से अपना पीठ ठोकने वाली सरकार इस मामले में खामोश क्यों है? केंद्र सरकार ने जब केंद्रीय कर्मचारियों के लिए डीए घोषित किया तो राज्य सरकार ने डीए ना घोषित कर कर्मचारियों को निराश किया।