November 22, 2024
  • 5:07 pm मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 23 नवम्बर को बिलासपुर में 143 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण
  • 1:16 pm सभी जनप्रतिनिधियों और किसानों को सहकारिता से जोड़ा जाए – केदार कश्यप
  • 1:13 pm मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल
  • 12:37 pm सुकमा जिले में आज सुबह सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई में 10 नक्सलियों को मार गिराया
  • 6:28 am मुख्यमंत्री ने सपरिवार देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म

राजनांदगांव 14 जुलाई 2022। उद्यानिकी फसले ले रहे किसानों को शासन की योजना के तहत फसल सुरक्षा के लिए पूर्वानुमान यंत्र की सौगात मिली है। पूर्वानुमान यंत्र किसानों के लिए बहुत उपयोगी एवं कारगर साबित हो रही है। इसके द्वारा पहले से ही किसानों को मौसम की जानकारी जैसे हवा, पानी, आंधी, तूफान, कीट बीमारी का प्रकोप फसल के लिए सिंचाई की जानकारी आदि की जानकारी के माध्यम से कृषक के मोबाईल पर ऑटोमेटिक प्राप्त होती है, जिससे कृषक पहले से ही सुरक्षा के उपाय कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ अन्य पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री दलेश्वर साहू की पहल पर 20 किसानों को पूर्वानुमान यंत्र दिया गया है।

डोंगरगांव विकासखंड के ग्राम बरहापुर के किसान श्री गुलाब वर्मा ने बताया कि यह पूर्वानुमान यंत्र किसानों के लिए बहुत फायदेमंद है। खेत में 50 हजार रूपए की लागत का पूर्वानुमान यंत्र लगाया गया है। इससे मोबाईल पर ही समय परितर्वन की जानकारी मिल जा रही है। इसके साथ ही यह यंत्र यह भी बताता है कि पौधे को क्या बीमारी हो सकती है। हाल ही में मुझे इस यंत्र के माध्यम से फफंूदीजनक बीमारी से सुरक्षा के लिए अर्लट मिला। जिसकी वजह से मैंने जागरूकता के साथ फसल की सुरक्षा के लिए व्यवस्था की। इस यंत्र के माध्यम से फार्म हाऊस में जल स्तर का भी पता चल जाता है। खाद कितनी मात्रा में देना है, जमीन में नमी कितनी है यह सब जानकारी मिलती है। उन्होंने कहा कि इस यंत्र को देखकर ऐसा लग रहा है जैसे कि हम किसान हाईटेक हो गए हैं। उद्यानिकी विभाग के माध्यम से यह पूर्वानुमान यंत्र प्राप्त हुआ है इसके लिए उन्होंने शासन को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि खीरा, बैंगन, केला अभी खेत में लगाएं हैं। शासन की किसान हितैषी योजनाओं से बहुत लाभ मिल रहा है। पेण्ड्री के सीडलिंग यूनिट से भी बहुत फायदा मिल रहा है। वहां से उद्यानिकी फसलों के लिए पौधे लेकर आते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को नई वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाते हुए आगे उन्नति करना है।

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT