November 22, 2024
  • 5:07 pm मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 23 नवम्बर को बिलासपुर में 143 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण
  • 1:16 pm सभी जनप्रतिनिधियों और किसानों को सहकारिता से जोड़ा जाए – केदार कश्यप
  • 1:13 pm मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल
  • 12:37 pm सुकमा जिले में आज सुबह सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई में 10 नक्सलियों को मार गिराया
  • 6:28 am मुख्यमंत्री ने सपरिवार देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म

राजधानी के लोगों को बहुत जल्द मिलेगी एक्सप्रेस-वे की सौगात
0 2019 में सड़क धंसने पर किया गया था बंद, तीन साल से मरम्मत चल रही
रायपुर छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, राजधानी के लोगों को बहुत जल्द एक्सप्रेस-वे की सौगात मिलेगी। एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही इसे जनता के नाम लोकार्पित किया जाएगा। एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण 2018 में ही किया गया था, लेकिन 2019 में सड़क धंस जाने की वजह से भ्रष्टाचार सामने आया और सरकार ने इसे बंद कर दिया।
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने शहर के ट्रैफिक जाम को कम करने रायपुर-धमतरी छोटी रेललाइन को बंद कर 313 करोड़ रुपए की लागत से एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया। 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले सरकार ने आनन-फानन में इसका लोकार्पण भी कर दिया। मई 2019 में एक्सप्रेस-वे को ट्रायल के लिए खोला गया था, लेकिन 8 अगस्त को तेलीबांधा ओवरब्रिज का एक हिस्सा धसक गया था। इसकी वजह से एक कार पलट गई और यात्री घायल हो गए। सरकार ने उसके बाद अलग-अलग एजेंसियों से इसकी जांच कराई औैर काम रुक गया। विभाग ने जिम्मेदारों पर कार्रवाई कर एक्सप्रेस-वे बनाने का काम दोबारा शुरू किया, लेकिन कोरोना और लॉकडाउन की वजह से काम खत्म करने की डेडलाइन हर बार आगे बढ़ती गई। बताया जा रहा है, एक्सप्रेस-वे के पूरी तरह से शुरू होने के बाद राजधानी को ट्रैफिक के दबाव से बड़ी राहत मिलेगी।
साढ़े तीन साल में बने 172 पुल
लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया, छत्तीसगढ़ में पिछले साढ़े तीन वर्षों में एक हजार 1517 करोड़ रुपए की लागत से कुल 172 पुलों का निर्माण कराया गया है। इनमें लगभग 548 करोड़ रुपए के 17 रेलवे ओवरब्रिज, रेलवे अंडरब्रिज और फ्लाईओवर शामिल हैं।
सिंगल लेन होगी डबल
मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, प्रदेश में पहले सिंगल लेन की सड़कों की संख्या ज्यादा थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशों के बाद अब ज्यादातर सिंगल लेन सड़कों को डबल लेन में बदल दिया गया है। ऐसा इसलिए, ताकि आवागमन में कहीं कोई समस्या न रहे और लोगों को इसका लाभ मिले।
मरम्मत नहीं, पूरी सड़क का डामरीकरण
लोक निर्माण मंत्री ने कहा, प्रदेश में कोरोना संकट के बाद भी निर्माण कार्य प्रभावित नहीं हुए और राज्य की जनता के आवागमन की सहूलियत के लिए लोक निर्माण विभाग लगातार काम कर रहा है। आम लोगों को परेशानी न हो, इसलिए अब खराब सड़कों के पैच रिपेयर कराने के बजाय पूरी सड़क पर नया डामरीकरण कराया जा रहा है, ताकि सड़कों की गुणवत्ता बनी रहे।

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT