November 22, 2024
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रायपुर : सोनिया गांधी और राहुल गांधी काे ईडी के समन पर राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने भाजपा और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा, पानी अब सिर से ऊपर आ गया है। कांग्रेस इसे बर्दाश्‍त नहीं करेगी। उन्‍होंने कहा, विपक्ष का सम्मान नहीं किया जाएगा तो देश कैसे चलेगा। ईडी केंद्र सरकार का पुलिस स्टेशन बन गई है, जिसे मन किया बुला लो, जिसे मन किया छोड़ दो। भाजपा के नेता हैं तो ईडी परेशान नहीं करेगी। मैं नहीं कहता कि इमरजेंसी सही चीज थी, लेकिन वो भी कानूनी तरीके से लगाई गई थी।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा में उन्‍होंने कहा, राजनीतिक द्वेष के साथ हमारे राष्ट्रीय नेतृत्व के नेताओं को परेशान किया जा रहा है। प्रजातंत्र को कटुता से चलाने की कोशिश हो रही है। मामले में कोई एफआईआर नहीं है। झूठे केस लगवाए जा रहे हैं। एक शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। 2015 में केस बंद भी कर दिया गया था। क्लोजर रिपोर्ट वर्ष 2018-19 में री-ओपन की गई और अब समन जारी किया जा रहा है। क्या पूरे विपक्ष पर ही ईडी केस बनाएगी? क्या भाजपा का कोई नेता केस बनाने लायक नहीं है? क्या देश को विभाजित करने की कोशिश की जा रही है? क्या प्रजातंत्र को पराजित करने की कोशिश हो रही है? कांग्रेस इसका विरोध करती है।
भाजपा प्रवेश करते ही खत्म हो जा रहे केस
विवेक तन्खा ने कहा, यह भाजपा की स्टाइल है। उन्होंने एक सूची देकर आरोप लगाया कि पिछले कुछ सालों में भाजपा ने विपक्ष के नेताओं पर लगातार ईडी के केस दर्ज कराए हैं। उन पर छापे पड़े हैं। यह भी बिल्कुल स्पष्ट है कि जो नेता भाजपा ज्वॉइन कर लेते हैं, उन पर सभी तरह के केस समाप्त हो जाते हैं। जैसे ही कोई भाजपा छोड़ता है, केस शुरू हो जाते हैं।
नेशनल हेराल्ड को कांग्रेस ने दिया था 90 करोड़ का ऋण
विवेक तन्खा ने कहा, नेशनल हेराल्ड एक ब्रांड है, जो स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा रहा है। इसे जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने शुरू किया था। यह कांग्रेस की आइडियोलॉजी से जुड़ा हुआ है। समय के साथ यह अखबार घाटे में जाने लगा था। इस संकट से उसे उबारने के लिए कांग्रेस ने 2002 से 2011 के दौरान इसे 90 करोड़ रुपए ऋण दिया। 90 करोड़ रुपए की राशि में से 67 करोड़ रुपए नेशनल हेराल्ड ने अपने कर्मचारियों को वेतन और वीआरएस का भुगतान के लिए उपयोग किया। नेशनल हेराल्ड को जीवित करने का प्रयास किया गया, जो कंपनी बनाई गई, उससे लाभ नहीं लिया जा सकता। उन्होंने बताया, 90 करोड़ रुपए का ऋण नेशनल हेराल्ड और उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड द्वारा चुकाना संभव नहीं था। इसलिए ऋण को एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के इक्विटी शेयरों में परिवर्तित कर दिया गया। चूंकि कांग्रेस इक्विटी शेयरों का स्वामित्व अपने पास नहीं रख सकती थी। इसलिए इसको सेक्शन-25 के अंतर्गत स्थापित ‘यंग इंडियन’ नामक नॉट-फॉर-प्रॉफिट कंपनी को आवंटित कर दिया गया।
पाक साफ है तो नोटिस का जवाब दें : सोनी
भाजपा सांसद सुनील सोनी ने राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यदि नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस के कर्णधार दूध के धुले हैं तो नोटिस का जवाब दें। संवैधानिक व्यवस्था और प्रक्रिया का सम्मान करें। उचित मंच पर तथ्य रखने या सफाई देने की बजाय घूम-घूमकर प्रलाप क्यों कर रहे हैं? यह सहानुभूति बटोरने की हास्यास्पद मुहिम के अलावा और कुछ नहीं है। तन्खा को यदि न्याय व्यवस्था में भरोसा है तो वे छत्तीसगढ़ आकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के लिए विलाप करने की जगह उचित मंच पर पैरवी करें।

HNS24 NEWS

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