November 22, 2024
  • 5:07 pm मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 23 नवम्बर को बिलासपुर में 143 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण
  • 1:16 pm सभी जनप्रतिनिधियों और किसानों को सहकारिता से जोड़ा जाए – केदार कश्यप
  • 1:13 pm मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल
  • 12:37 pm सुकमा जिले में आज सुबह सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई में 10 नक्सलियों को मार गिराया
  • 6:28 am मुख्यमंत्री ने सपरिवार देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म

रायपुर, 27 अप्रेल 2022/ मौसम विभाग ने कल 28 अप्रेल को राज्य में सबसे ज़्यादा तापमान होने की सम्भावना जताई है। विभाग ने इस दौरान गरम हवा लू भी चलने की चेतावनी दी है। मौसम विभाग ने प्रदेश में सरगुजा, बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर संभाग के एक दो पैकेट में लू (heat wave) चलने अथवा लू जैसी स्थिति निर्मित होने की सम्भावना जताई है।

प्रदेश के दक्षिणी भाग में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। बढ़ती गर्मी और तापमान को देखते हुए कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने भी ज़िलेवासियो से बचाव और सावधानी रखने की अपील की है। उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों विशेषकर पंचायत एवं ग्रामीण विकास, नगरीय निकायो और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को राज्य शासन द्वारा लू से बचाव के लिए जारी सभी निर्देशो का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए है।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एक द्रोणिका/हवा की अनियमित गति पूर्वी विदर्भ से दक्षिणी तमिलनाडु तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश के उत्तरी क्षेत्र में उत्तर से गरम और शुष्क हवा तथा दक्षिणी क्षेत्र में दक्षिण से अपेक्षाकृत ठंडी और नमी युक्त हवा आ रही है। इस से लू और तापमान बढ़ने के साथ प्रदेश में कहीं कहीं गरज चमक के साथ एक-दो स्थानों पर अंधड भी चलने की संभावना है।
जिला प्रशासन ने लू (तापघात) से बचाव एवं इससे होने वाली क्षति को कम करने के लिए जरूरी निर्देश जारी किये है । मनरेगा के श्रमिकों पर लू के प्रभाव को न्यूनतम करने हेतु समस्त प्रयास किए जाएँ तथा कार्यस्थल पर छाया एवं शीतल जल सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए है। पंचायत भवनों में लू से बचाव के उपायों से संबंधित प्रचार-प्रसार करने और लू से प्रभावित होने पर प्राथमिक उपचार हेतु प्राथमिक उपचार बॉक्स की पर्याप्त संख्या तथा पंचायत भवन में इसकी उचित स्थान पर उपलब्धता सुनिश्चित को भी कहा गया है। सार्वजनिक स्थानों पर यथासंभव शीतल जल तथा छायादार स्थल (शेड) की व्यवस्था के साथ पेयजल के लिए ग्राम में स्थापित समस्त हैंड पंपों-नल-जल योजना को चालू स्थिति में रखने के निर्देश दिए गए है।

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT