रायपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की यात्रा और उनके जीवन से खेलने का षड्यंत्र कांग्रेस का था। इस चूक का खुलासा एक निजी चैनल के स्टिंग और पंजाब सीआईडी के खतरनाक बयान से हुआ कि पूरी साजिश में कांग्रेस का ही हाथ था।
एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, इस स्टिंग ऑपरेशन में स्थानीय एसएचओ और डीएसपी (सीआईडी) को स्पष्ट सुना जा सकता है। दोनों का कहना है कि उन्हें प्रधानमंत्री के रूट पर होने वाले रुकावट को लेकर पहले से ही जानकारी थी। उन्होंने इस बात को कहा है कि 2 तारीख से हम लोग लगातार इनपुट दे रहे थे कि प्रधानमंत्री मोदी के रूट में प्रदर्शन हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जो रिलिजन ग्रुप और आतंकवादी संगठन अपनी मनमानी कर सकते हैं। उसके बाद भी पंजाब सरकार और राज्य पुलिस का मुकदर्शक बने रहना आश्चर्यजनक है। प्रधानमंत्री की यात्रा में मुख्यमंत्री, डीजीपी और मुख्य सचिव का नहीं होना भी इस बात की ओर संकेत करता है कि प्रधानमंत्री की यात्रा और उनके जीवन से खेलने का एक षड्यंत्र है। उन्होंने कहा, यह कोई संयोग नहीं, पूरी साजिश थी। इस खूनी साजिश का प्रयोग हुआ। यह सब कुछ अचानक नहीं हुआ, यह पूरा सुनियोजित था।
आदेश होता तो प्रदर्शनकारियों को हटा देते
उन्होंने बताया कि स्थानीय पुलिस, सीआईडी और इंटेलीजेंस ने भी कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री के रूट पर सुरक्षा चूक पर को लेकर अपनी रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट पर भी पंजाब सरकार चुपचाप बैठी रही। पंजाब पुलिस साफ बता रही है कि हमें ऊपर से कुछ भी नहीं करने के निर्देश थे। एसपीजी ने अपने संदेश में पंजाब पुलिस को साफ कर दिया था कि किसी भी हालत में प्रधानमंत्री का रास्ता बाधित नहीं होगा। अगर ऐसा हुआ तो तत्काल प्रभाव से ताकत का इस्तेमाल कर सड़क खाली करवाना होगा, लेकिन पंजाब पुलिस भी क्या करे। राज्य सरकार का ऊपर से आदेश था कि प्रदर्शनकारी किसानों को हाथ तक नहीं लगाना है। इन खुलासों से पंजाब की कांग्रेस सरकार पूर्ण रूप से एक्सपोज होती है।
सहानुभूति बटोरने नौटंकी कर रही भाजपा
प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा व्यवस्था की तथाकथित चूक को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा ली गयी पत्रकारवार्ता का जवाब देते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, भाजपा प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर बयानबाजी कर 5 राज्यों के चुनावों में सहानुभूति हासिल करने के षड़यंत्र में लगी है। भाजपा एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन का हवाला देकर दावा कर रही है कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा में सेंध लग सकती है। यह इनपुट सीआईडी ने 2 दिन पहले ही दिया था। यदि भाजपा का यह दावा सही है तो सुरक्षा के लिये जवाबदेह सुरक्षा एजेंसियां एसपीजी, सीआईएसएफ, आईबी, इंटेलिजेंस ब्यूरो केंद्रीय गृह मंत्रालय कहां सोया था? केंद्रीय एजेंसियों ने इस सूचना के आधार पर क्या ऐहतियातन कदम उठाया था? यदि ऐसी किसी खतरे की सूचना थी, तो प्रधानमंत्री के काफिले को केंद्रीय एजेंसियों ने 120 किमी सड़क यात्रा से क्यों जाने की अनुमति क्यों दी?