रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा के मीडिया प्रभारी नालिनीश ठोकने ने वैकुण्ठपुर नगर पालिका अध्यक्ष तथा चरचा में उपाध्यक्ष पद के चुनाव में क्रास वोटिंग पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नाराजगी और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम द्वारा जांच कमेटी गठित करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जांच की नौटंकी करने की जगह कांग्रेस यह सत्य स्वीकार कर ले कि यह कांग्रेसी सत्ता संघर्ष का नतीजा है। जिसके लिए कोई डहरिया या मरकाम नहीं बल्कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ही जिम्मेदार हैं।
ठोकने ने कहा कि वैकुण्ठपुर और चरचा में तभी यह परिणाम तय हो गया था जब वहां चुनाव प्रभारी बनने से स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इंकार कर दिया था। अभी तो सत्ता संघर्ष ने गुल खिलाना शुरू किया है। वैकुण्ठपुर और चरचा तो ट्रेलर है, पूरी पिक्चर दो साल बाद रिलीज हो जायेगी।
ठोकने ने कहा कि वैकुण्ठपुर और चरचा ने कांग्रेस को उसकी आंतरिक स्थिति से परिचित करा दिया और छल बल से नगरीय निकाय चुनाव जीतने की साजिश रचने वाले भूपेश बघेल को आइना दिखा दिया तो वे हवा में उड़ते उड़ते जमीन पर आ गए। उनकी खीज बता रही है कि हकीकत का सामना करने की उनकी फितरत ही नहीं है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने का सपना देख रहे भूपेश बघेल जी खबरदार हो जाएं कि उनका ताश का महल भरभराकर गिरने का समय आ गया है। उलटी गिनती शुरू हो गई है। यह सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है और अगले चुनाव तक यह सत्ता संघर्ष अपने चरम पर पहुंचकर अवश्य ही कांग्रेस मुक्त छत्तीसगढ़ का मार्ग प्रशस्त करेगा।