भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा रायपुर संभाग द्वारा भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर संगोष्ठी
HNS24 NEWS November 27, 2021 0 COMMENTSरायपुर ! भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा रायपुर संभाग द्वारा भारतीय संविधान दिवस 26 नवंबर के शुभ अवसर पर संविधान गौरव पखवाड़ा के अंतर्गत भारतीय संविधान और भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की जीवनी पर संगोष्ठी का आयोजन एकात्म परिसर रजबंधा मैदान में आयोजित किया गया।
संगोष्ठी में उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि संविधान लोकतंत्र की आत्मा है और इस प्राणवायु के माध्यम से बाबा साहब ने अंतिम व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने व समानता के अधिकार दिलाने के लिए पहल की वह नियम बनाएं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी बाबा साहब के दिखाए मार्ग पर चलते हुए अंतिम व्यक्ति के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, साफ पानी के लिए जल जीवन योजना, सशौचालय योजना व अन्य योजना लेकर आये। जिससे वंचित वर्ग का जीवन स्तर ऊपर उठ सके। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव ने बाबा गुरूघासीदास के ‘मनखे मनखे एक समान’ के भाव को स्वीकारते हुए संविधान की रचना की।
संगोष्ठी में अपने विचार रखते हुए पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बाबा साहब द्वारा लिखित भारतीय संविधान देश के लोकतंत्र की वह ग्रंथ है जिसमें उन्होंने देश के प्रत्येक नागरिक को बोलने व जीवन जीने का समान अधिकार प्रदान किया है।
भाजपा के पूर्व संगठन महामंत्री रामप्रताप ने कहा कि बाबा साहब द्वारा लिखित मूल संविधान में धारा 370 और 35a का उल्लेख नहीं था। बाद में कतिपय लोगों ने अपने स्वार्थ की राजनीति के लिए उसे जोड़ा। वर्तमान में नरेंद्र मोदी द्वारा इस धारा को हटाने के साथ जम्मू कश्मीर के लोगों को संविधान प्रदत्त अधिकार प्राप्त हुए ।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए गुरु आसम दास ने छत्तीसगढ़ में हो रहे धर्मांतरण को देश के लिए खतरा बताया व इस पर चिंता जाहिर की।
अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा कि संविधान में अधिकार कर्तव्य का पूरक है और आपका अधिकार तब तक स्थापित है जब तक किसी के अधिकारों का हनन ना हो।
संगोष्ठी में मुख्य रूप से चंद्रशेखर साहू, चंदूलाल साहू , डॉ. भूषण लाल जांगड़े, संजय श्रीवास्तव ने संबोधित किया।
दिलीप सारथी ने संविधान के पालन की शपथ दिलाई, मंच का संचालन दयावंत धर बांधे वे आभार प्रदर्शन वेदराम जांगड़े ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से रामलाल चौहान, किशोर महानंद, प्रदीप सिंह, बलिराम सांडे, दीनानाथ खूंटे, सौरभ जागृत, अरविंद प्रहरे, दयालु गाड़ा, महादेव नायक, चंद्रकुमार पाटिल , राजेश बारटे, हरिशंकर सोनवानी, प्रियरंजन कोसरिया, चंद्रशेखर सोनवानी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।