
छत्तीसगढ़ : रायपुर शासन द्वारा शराबदूकान सचालित करने के पहले तो ग्रामों मे चिन्हित शराबकोचिये रहते थे लेकिन अब तो शराबदूकान पहुँचने वाला हर पियक्कड़ कोचिया की भूमिका निबाह रहा जिसके चलते ग्रामों का माहौल और खराब हो चला है । इसकी वजह से ग्रामों मे दिनोंदिन व्याप्त हो रहे अशांति के मद्देनजर किसान सँघर्ष समिति ने जिला मे नवपदस्थ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरिफ एस शेख को ज्ञापन सौंप चल रहे शराब के ग्राम पहुंच सेवा अभियान मे रोक लगाने ठोस एवं प्रभावी कार्यवाही का आग्रह किया है। ज्ञापन मे मँदिरहसौद थाना क्षेत्र के ग्रामों के ही हालात की जानकारी देते हुये समिति सँयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने बतलाया गया है कि शराबदूकान पहुँचने वाले हर शख्स को 4 पौव्वा शराब देने सँबँधी शासन के फरमान के चलते लगभग हर पियक्कड़ अपने पौव्वा व आने -जाने का खर्च निकालने इस मात्रा की शराब ला गाँवों मे बेचते हैं। अधिकतर एक दुपहिया वाहन मे दो -तीन शख्स जा प्रति के हिसाब से 12 पौव्वा शराब ला प्रति पौव्वा 100 से 120 रूपये प्रति पौव्वा के हिसाब से बेच अपना रोजी -मजदूरी भी निकालते हैँ। अधिकतर पुराने शराब कोचियों द्वारा दिहाडी मजदूर रख उनसे कई चक्कर लगवा शराब मँगा बिकवाने की जानकारी देते हुये बतलाया गया है कि इनकी वजह से ग्रामों का वातावरण काफी अशांत हो चला है । ग्रामीण बाजारों के दिन कई सब्जी विक्रेताओं द्वारा सब्जियों की आड मे शराब बेचने की जानकारी देते हुये स्थिति की भयावहता का अँदाज़ इसी से हो जाने की बात ज्ञापन मे कही गयी है ।किसान सँघर्ष समिति की अगुआई मे सन् 1993-94 के आबकारी सत्र मे आरँग थाना क्षेत्र के ग्राम भानसोज मे खुले शराबभट्ठी के खिलाफ हुये सफल आँदोलन का जिक्र करते हुये इसकी वजह से सहयोगी रहे मँदिरहसौद थाना क्षेत्र के ग्रामों मे आयी जागरूकता की जिक्र करते हुये इस थाना क्षेत्र मे तत्काल कार्यवाही का आग्रह किया है ।
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