November 22, 2024
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रायपुर/ 10 अक्टूबर 2021। कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता, भ्रष्टाचार, कोयला खदानों के बंदरबांट के कारण देश कि अभूतपूर्व बिजली संकट से गुजरने वाला है। प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जब से केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार बनी है, केन्द्र सरकार चन्द उद्योगपतियों को ध्यान में रखकर सिर्फ उनको ही फायदा पहुंचाने के लिये नीतियां बनाई गयी है। देश की अधिकांश कोयला खदानें अदानी उद्योग समूह के पास है तथा अनेक राज्यों के विद्युत कंपनियों के नाम से आबंटित कोयला खदानों का उत्खनन भी अदानी समूह करता है। यह उद्योग समूह अपने औद्योगिक फायदे के लिये बिजली कंपनियों के कोयले को भी खुले बाजार में बेचता है इसी कारण भी देश के अनेक राज्यों के विद्युत  कंपनियों के समक्ष कोयले का संकट पैदा हो गया है। कोयला संकट से मोदी सरकार और अदानी समूह का षडयंत्र की बू आ रही है। दरअसल जिस तरह मोदी सरकार कि देश की सार्वजनिक संपत्ति बेचने में लगी है। देश में कृत्रिम कोयला संकट पैदा करके बिजली कंपनियों के निजीकरण का रास्ता साफ करने की उसकी मंशा है।

प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारत के पास प्रचुर मात्रा में कोयला का भंडार है। देश को अपनी जरूरतों के लिये कोयला कम होने की संभावना नगण्य है सरकार का यह कहना कि कोरोना के कारण कोयला खदानों से उत्खनन प्रभावित हुआ है गलत है कोरोना की बंदी के समय भी कोयला खदाने चालू थी कोयले का परिवहन भी चालू था। कोरोना कम होने के बाद सभी उद्योग अपनी पूरी क्षमता के साथ उत्पादन शुरू कर चुके है फिर कोयले का उत्पादन कैसे शुरू नही हुआ है ? उत्पादन की कमी के बहाने के पीछे भी षडयंत्र की बू आ रही है।

HNS24 NEWS

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