रायपुर, 01 जुलाई 2021/खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत ने गुरुवार को सरगुजा जिले की जनपद पंचायत बतौली में पढ़ना-लिखना अभियान के तहत मोहल्ला साक्षरता कक्षा का शुभारम्भ किया। उन्होंने इस अवसर पर जनपद के चयनित 4 ग्राम पंचायत के एक-एक साक्षरता केन्द्र के स्वयं सेवक को लपेट श्यामपट, चाकमिट्टी, वर्णमाला एवं गिनती चार्ट तथा 40 शिक्षार्थियों को स्लेट, पेंसिल, कापी, पेन प्रदान किया गया।
मंत्री भगत ने इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए शिक्षा का बहुत बड़ा योगदान है। शिक्षित व्यक्ति जल्द और बेहतर निर्णय लेने में सक्षम होता है। उन्होंने कहा कि समाज को अंधेरे से उजाले की ओर ले जाने में शिक्षा ही सशक्त माध्यम है। इसलिए बालक और बालिका दोनो शिक्षित हो और जीवन मे आगे बढ़े। शिक्षा ग्रहण करने की कोई उम्र बंधन नहीं होता जो अब तक असाक्षर है वे पढ़ना-लिखना अभियान से जुड़कर साक्षर बने।
उल्लेखनीय है कि पढ़ना-लिखना अभियान के प्रथम चरण में बतौली विकासखण्ड के कुनकुरीकला, खड़धोवा, सिलमा तथा चिरंगा को चयनित किया गया है। यहां स्वयं सेवक शिक्षक चयनित कर मोहल्ला वार असाक्षरो का सर्वे एवं बैचिंग का कार्य किया गया है। एक स्वयंसेवी शिक्षक 10 असाक्षरों को अक्षर एवं अंक ज्ञान के साथ-साथ कार्यात्मक साक्षरता देने प्रति दिवस एक घंटा और कुल 120 घंटे की पढ़ाई कराएगा।
सरगुजा जिले में पढ़ना-लिखना अभियान के तहत 10 हजार असाक्षरों को साक्षर करने के लिए मोहल्ला साक्षरता कक्षा का संचालन सभी जनपदों के चयनित ग्राम पंचायतों में 1 जुलाई से प्रारंभ किया जा रहा है। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष सुगिया बाई, उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, जनपद सीईओ विजय नारायण श्रीवास्तव, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी शरतचन्द्र मेस, साक्षर भारत के विकासखण्ड परियोजना अधिकारी उमेश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित थे।