रायपुर : छत्तीसगढ़ सियासत में एक बार फिर से ढाई ढाई साल का मुद्दा गरमाया। सबकी नजर इस ढाई ढाई साल के फार्मूले पर टिकी हुई है । 17 जून यह वो तारीख है, जिस दिन छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार के ढाई साल पूरे होंगे. छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री तय करने के समय चर्चा में रहे । टीएस सिंहदेव के प्रभाव वाले क्षेत्र में इसे लेकर खासी चर्चा रहती है. क्या कांग्रेस आलाकमान टीएस सिंहदेव को वाकई में ढाई साल बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाएगा?
बयानहालांकि इस कयास को मुख्यमंत्री बघेल अफवाह बता चुके हैं, लेकिन टीएस सिंहदेव ने कभी इस इस संभावना से इनकार नहीं किया है. एक बार फिर सरगुजा पहुंचे टीएस सिंहदेव ने इस सवाल पर रहस्य बरकरार रखने वाला बयान दिया है. मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि ‘राहुल और सोनिया जी का निर्णय है, ढाई साल की बात मन में नहीं रखनी चाहिए, राहुल जी और सोनिया जी जो निर्णय लेंगे उस पर हम सब चलेंगे’.
बातदरअसल, भाजपा नेताओं में इस बात की चर्चा होती है कि छत्तीसगढ़ सरकार में ढाई-ढाई साल के सीएम की कुर्सी का एग्रीमेंट हुआ है. क्षेत्र के मतदाता भी यही कहते हैं कि कांग्रेस ने टीएस सिंहदेव को आगे कर वोट लिया और मुख्यमंत्री किसी और को बना दिया. अब लोगों को इंतजार इस बात का है कि क्या ढाई साल की पारी भूपेश तो ढाई साल की पारी टीएस सिंहदेव खेलेंगे? इस बात में कितनी सच्चाई है ? इस पर कांग्रेस आलाकमान क्या निर्णय लेता है ? ये तो 17 जून के बाद ही पता चलेगा।
वैसे ढाई ढाई साल के फार्मूले के चर्चा का विषय बना हुआ है।