November 22, 2024
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छत्तीसगढ़ : रायपुर12 फरवरी छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार द्वारा राज्य में चल रही पांच योजनाओं का नाम परिवर्तित किये जाने का कांग्रेस ने स्वागत किया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि जिन पांच योजनाओं का नाम परिवर्तन पर भाजपा आपत्ति व्यक्त कर रही है, ये पांचों योजनायें पहले डॉ. भीमराव अंबेडकर, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर चल रही थी। रमन सरकार और केन्द्र की मोदी सरकार ने राजनैतिक दुर्भावनावश इन नामों में परिवर्तन कर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया था। कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार ने तो पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के द्वारा राजनैतिक दुर्भावना के कारण किये गये इन योजनाओं के नाम परिवर्तन की गलती को सुधारा मात्र है।  सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह और भाजपा अपने गिरेबान में झांके, रमन सिंह बतायें जब उनकी सरकार ने योजनाओं से महापुरूषों के नामों को हटाने की परंपरा उसने शुरू की थी, तब क्या वह बदलापुर की राजनीति थी? यूपीए सरकार के समय आवास और शहरी उन्नयन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 23 सितंबर 2013। राजीव गांधी शहरी राष्ट्रीय आजीविका मिशन शुरू किया था। जिसे मोदी सरकार 2014 में बदलकर दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया। अंबेडकर मंगल भवन मध्यप्रदेश के जमाने से कांग्रेस के दिग्विजय सिंह सरकार चला रही थी जिसे भाजपा सरकार ने बदलकर दीनदयाल सार्वजनिक मंगल भवन योजना कर दिया था। यूपीए सरकार द्वारा शुरू की गयी राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना (आरजीजीवीवाय) को नवंबर 2014 में नरेन्द्र मोदी की सरकार और रमन सरकार ने बदलकर दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना कर दिया था। दीनदयाल ग्रामीण कौशल योजना पहले राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के नाम से संचालित थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नाम पर चल रही योजनाओं का भी रमन सरकार ने बदल दिया था। जब 2003 में राज्य में भाजपा की सरकार बनी थी, तब 2 जनवरी 2004 को भाजपा सरकार ने इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, नेहरू गांधी के नाम से चल रही योजनायें- इंदिरा विद्या भवन योजना बदलकर ज्ञानस्थली योजना, इंदिरा शहरी सरोवर योजना बदलकर सरोवर धरोहर योजना, राजीव खेल मैदान योजना बदलकर उन्मुक्त खेल मैदान योजना, नेहरू बाल उद्यान योजना बदलकर पुष्प वाटिका उद्यान योजना, राजीव स्वावलंबन योजना बदलकर मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना, प्रियदर्शिनी बस स्टैण्ड योजना बदलकर प्रतीक्षा बस स्टैण्ड योजना कर दिया था। वैचारिक और ऐतिहासिक रूप से भारतीय जनता पार्टी दरिद्र है उसके पास न इतिहास में अपने पूर्वजों के द्वारा किये गये कार्यो को बताने के लिये कुछ है और न ही भाजपा के पास साम्प्रदायिकता के अलावा वैचारिक रूप से बताने को कुछ है इसीलिये भाजपा देश के लोगों के समक्ष काल्पनिक महानता गढ़ कर परोसती है। उनका इतिहास दरिद्र है तो वो कांग्रेस के वैभवशाली इतिहास को मिटाने की कोशिश में लगे रहते है।

HNS24 NEWS

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