November 22, 2024
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रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कृषि मंत्री रवींद्र चौबे के उस बयान पर तीखा पलटवार किया है जिसमें मंत्री चौबे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय से यह पूछा है कि 2100 रुपए धान मूल्य और तीन साल का बोनस नहीं देने पर क्या उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से इस्तीफ़ा मांगा था? श्री श्रीवास्तव ने कहा कि किसान विरोधी चरित्र के चलते अपनी सरकार के बेनक़ाब होने की बौखलाहट को छिपाने की नाकाम कोशिश करते मंत्री चौबे भी अब खंभा नोचने और तथ्यों को झुठलाकर झूठ का रायता फैलाने की होड़ में शामिल हो चले हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने मंत्री चौबे को याद दिलाया कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने धान की कीमत केंद्र सरकार के सहयोग से बढ़ाने का वादा किया था लेकिन यह नहीं कहा था कि धान की कीमत बढ़ाने के लिए वे इस्तीफ़ा देंगे। रही बात बोनस देने की, तो पूर्ववर्ती प्रदेश भाजपा सरकार ने एक ही ख़रीफ़ सत्र में किसानों को दो साल का बोनस भुगतान किया था। श्रीवास्तव ने कहा कि नई धान ख़रीदी से पहले पिछले वर्ष के धान के मूल्य की अंतर राशि की चौथी किश्त का भुगतान नहीं होने पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इस्तीफ़ा तक देने की बात कही थी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष साय ने मंत्री सिंहदेव को उनकी कही बात याद दिलाई है तो कृषि मंत्री चौबे के पेट में क्यों दर्द उठा? श्रीवास्तव ने कहा कि किसानों को उनकी अंतर राशि की बकाया चौथी किश्त के भुगतान की याद दिलाने पर कृषि मंत्री चौबे का बयान यह साफ़ करता है कि प्रदेश सरकार पूरी तरह किसान विरोधी और बदनीयत हो चली है और किसानों के साथ अन्याय करके मूल विषय से ध्यान भटकाने की गंदी सियासत पर आमादा है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस की मौज़ूदा प्रदेश सरकार ने तो किसानों को हर क़दम पर केवल ठगने और उनके साथ धोखाधड़ी करने का ही काम किया है। कांग्रेस ने न तो किसानों का पूरा कर्ज़ माफ़ किया, न वादे के मुताबिक़ दो साल के बकाया धान बोनस का भुगतान किया और अब पिछले वर्ष की तरह ही इस वर्ष भी किसानों की पूरी उपज ख़रीदने से बचने के नित-नए हथकंडों को आजमा रही है।

HNS24 NEWS

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