ग्राम स्वराज के माध्यम से राम राज्य की परिकल्पना को साकार करने राज्य के मुखिया पहुचें ग्राम सभा मे
HNS24 NEWS January 27, 2019 0 COMMENTSछत्तीसगढ़ : विकेंद्रीकरण के माध्यम से अपने विकास के लिए स्वम् निर्णय लेने का अधिकार पंचायत राज व्यवस्था अंतर्गत प्रदान किया गया है।इस अधिकार को वास्तविक रूप से क्रियान्वित करने आज राज्य के मुखिया स्वम ग्राम सभा मे पहुँच कर निर्णय प्रक्रिया में भागीदार बने।उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के लगभग 79 प्रतिशत ग्रामीण जनता को यह संदेश दिया कि अब उनके विकास की तस्वीर वे स्वम बनाएंगे।पंचायत राज अधिनियम अंतर्गत निर्धारित 6 अनिवार्य ग्राम सभा ही गांव की संसद होगी जहां वे अपने विकास के निर्णय स्थानीय आवशकताओं के अनुरूप ले सकेंगे।
गणतंत्र दिवस का यह पावन दिन छत्तीसगड़ राज्य की जनता के लिए वास्तविक लोकतंत्र का संदेश लेकर आया जहाँ मुख्यमंत्री की उपस्थिति में विशेष ग्राम सभा में ग्राम पंचायत ने छत्तीसगढ़ शासन की बहुआयामी योजना नरवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी की अवधारणा को सार्थक बनाने की शुरूआत की।
दुर्ग जिले के विकासखण्ड पाटन के ग्राम पंचायत असोगा, तेलीगुण्डरा व भनसुली से की गई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति एवं अगुवाई में इन ग्राम पंचायतों में आयोजित विशेष ग्राम सभा में पंचायत प्रतिनिधियों ने गौठान एवं चारागाह के लिए भूमि आरक्षित करने का अनुमोदन किया। ग्राम पंचायत असोगा में गौठान के लिए 2.13 हेक्टेयर एवं चारागाह के लिए 15 एकड़ जमीन आरक्षित करने का अनुमोदन किया। इसी तरह ग्राम पंचायत तेलीगुण्डरा में पंचायत द्वारा गौठान के लिए 3 एकड़ एवं चारागाह के लिए 5 एकड़ भूमि आरक्षित रखने का अनुमोदन पारित किया। साथ ही ग्राम भनसुली में गौठान के लिए 3 एकड़ व चारागाह के लिए 13 एकड़ भूमि आरक्षित करने का अनुमोदन विशेष ग्राम सभा में पारित किया गया। मुख्यमंत्री बघेल ने ग्रामवासियों को चारागाह एवं गौठान के लिए भूमि आरक्षित करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने ग्रामीणों से सहमति मांगी जिस पर ग्रामवासियों ने दोनों हाथ उठाकर अपना सहमति एवं समर्थन दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम असोगा में ग्रामवासियों की मांग पर समरसता भवन बनाए जाने के लिए 20 लाख रूपए स्वीकृत करने की घोषणा की। साथ ही मिनी स्टेडियम, गौरव पथ निर्माण की भी स्वीकृति दी है। उन्हांेने ग्राम तेलीगुण्डरा में पेयजल व्यवस्था के लिए पीएचई विभाग के अधिकारियों को सोलर पम्प लगाकर पानी की अपूर्ति कराने के निर्देश दिए हैं। उन्हांेने आंगनगाड़ी केन्द्र में नवनिर्मित अतिरिक्त कक्ष और उचित मूल्य दुकान का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने ग्राम भनसुली में ग्रामीणों की मांग पर सर्व समाज भवन निर्माण की स्वीकृति दी है। मुख्यमंत्री बघेल ने गणतंत्र दिवस समारोह की शुभकामनाएं देते हुए कि राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य के मूल पहचान नरवा-गरूवा-घुरूवा-बाड़ी को स्थापित किया जा रहा है। नरवा बंधान होने से किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था हो सकेगी। इसी प्रकार गौठान एवं चारागाह की व्यवस्था होने से पशुपालन और जैविक खाद को बढ़ावा मिलेगा। गौठानों में गोबर गैस प्लांट लगाया जाएगा। गोबर गैस की घर-घर आपूर्ति की जाएगी। खेतों एवं बाड़ी में जैविक खाद का उपयोग किया जाएगा।
मुख्यमंत्री बघेल ने सरकार गठन होने के बाद राज्य के जनता के हित में लिये गये फैसलों एवं निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि शपथ लेते ही किसानों का लगभग 6 हजार 230 करोड़ रूपए की राशि का कर्जमाफी किया गया है। किसानों से 2500 रूपए प्रति क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पशु नस्ल सुधार करने की दिशा में कार्य किया जाएगा। मनरेगा के माध्यम से गौठान समतलीकरण किया जाएगा।