रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कोरोना संकट और देश की अर्थ व्यवस्था पर कांग्रेस के प्रलाप पर जमकर निशाना साधते हुए प्रदेश के कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी है कि देश और राष्ट्रीय आर्थिक स्थिति की चिंता करने के बजाय पहले कांग्रेस के नेता छत्तीसगढ़ के हालात पर चिंता कर लें जहाँ हज़ारों करोड़ रुपए का कर्ज़ लादकर कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश का अर्थ तंत्र तबाह कर दिया है और अपने कुप्रबंधन से प्रदेश को कोरोना संक्रमण के शिकंजे में कस दिया है। केंद्र के पैसों से संचालित मनरेगा को लेकर रोज़गार की बेहतरी का शर्मनाक दावा कर अपनी झूठी वाहवाही बटोरने वाली प्रदेश सरकार ने लाखों बेरोज़गार युवकों के साथ जो छलावा किया है, उसकी सुध भी कांग्रेस के नेता लें।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने कहा कि अपनी राज्य सरकार के नाकारापन को ढँकने की कोशिश में प्रदेश के कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नतृत्व वाली केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ अनर्गल प्रलाप करके मुद्दों से ध्यान भटकाने में लग जाते हैं। कोरोना के मद्देनज़र लॉकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार ने जिस निकम्मेपन का परिचय दिया है, उसकी शायद ही कोई मिसाल मिले। प्रवासी मज़दूरों के खाते में एक रुपया तक बतौर सहायता जमा नहीं कराने वाली प्रदेश सरकार प्रवासी मज़दूरों की वापसी तक को राजनीतिक मुद्दा बनाने की गर्हित मानसिकता का परिचय देने में ज़रा भी नहीं हिचकिचाई। उनकी वापसी के लिए विशेष ट्रेनों को अनुमति तक देने में प्रदेश सरकार आनाकानी करती रही। जो मज़दूर अपनी व्यवस्था से प्रदेश पहुँच रहे थे, उनको प्रदेश की सीमाओं पर रोककर प्रताड़ित तक इस सरकार और उसके तंत्र ने किया। श्रीवास्तव ने कहा कि घूम-फिरकर पीएम केयर फंड पर निशाना साध रहे कांग्रेस के नेता पहले यह तो बताएँ कि मुख्यमंत्री सहायता कोष में कितनी राशि जमा हुई और राज्य सरकार ने उस राशि को कोरोना की रोकथाम के लिए कितनी ईमानदारी से खर्च किया? प्रदेश सरकार तो कोरोना के नाम पर सिर्फ़ सियासी लफ़्फ़ाजियां ही करती और केंद्र से सिर्फ़ पैसे ही मांगती ही नज़र आई।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कोरोना को विस्फोटक स्तर तक पहुँचाने के लिए कांग्रेस सरकार की राजनीतिक नासमझी और प्रशासनिक अक्षमता के साथ-साथ उसकी बदनीयती, कुनीतियाँ और नेतृत्व की दिशाहीनता ही ज़िम्मेदार है। प्रदेश सरकार ने समय रहते यदि टेस्टिंग लैब बढ़ा दिए होते और कोविड-19 के उपचार केंद्रों की पुख्ता व्यवस्था कर ली होती तो प्रदेश में कोरोना संक्रमण इस स्थिति में नहीं पहुँचता। श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश के क्वारेंटाइन और कोविड सेंटर्स अस्वाभाविक व असामयिक मौतों के अलावा यौन उत्पीड़न के केंद्र बनकर जिस सरकार के निकम्मेपन की ग़वाही दे रहे हों, उसका बचाव करते कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के ख़िलाफ़ विषवमन करने की अपनी नियति पर प्रलाप कर रहे हैं। जिस सरकार की विश्वसनीयता ही ख़त्म हो गई है, उसके बचाव में लाख कुतर्क पेश करके कांग्रेस नेता सिर्फ़ हास्यास्पद उपक्रम ही कर रहे हैं। श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने ग़रीब कल्याण योजना और 20 लाख करोड़ रुपयों के आर्थिक पैकेज की घोषणा करके जिस आत्मनिर्भर भारत की रचना का संकल्प देश से किया है, उसकी प्रामाणिकता से घबराए कांग्रेस के लोग जब-तब अपनी खिसियाहट खंभा नोच-नोचकर व्यक्त कर रहे हैं।