छत्तीसगढ़ में राजनैतिक प्रतिशोध का युग हुआ समाप्त : शैलेश नितिन त्रिवेदी
HNS24 NEWS January 1, 2019 0 COMMENTSछत्तीसगढ़ : रायपुर 31 दिसंबर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और भाजपा नेताओं द्वारा दिये जा रहे बयानों पर पलटवार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अब छत्तीसगढ़ में वक्त बदले का नहीं बदलाव का है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस राजनैतिक प्रतिशोध की राजनीति में विश्वास ही नहीं करते। अब मोदी सरकार के जीएसटी और नोटबंदी जैसे बेतुके तुगलकी फैसलों को बदलने का वक्त है। वक्त बदले का नहीं बदलाव का है। बदलाव का ये वक्त छत्तीसगढ़ विधानसभा के बाद लोकसभा चुनावों में भी जारी रहेगा और रायपुर के बाद दिल्ली में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में किसानों के पक्ष में नीति और फैसलों का बदलाव सबको दिख रहा है। 6000 करोड़ के कर्जमाफी हो गयी है तो यह पैसा व्यापार उद्योग में आयेगा। भावांतर की राशि मिलेगी तो फिर से इतनी ही राशि किसानों को मिलेगा। दो साल का बकाया बोनस 5000 करोड़ भी किस्तों में ही सही लेकिन किसानों को दी जायेगी। 17 हजार करोड़ की यह राशि छत्तीसगढ़ के किसान मजदूरों के माध्यम से छत्तीसगढ़ की अर्थ व्यवस्था को व्यापार उद्योग को मजबूत बनाने का काम करेगी। कुल मिलाकर टाटा की जमीन बस्तर के किसानों को लौटा दी गयी। 5 डिसमील से कम की जमीन का पंजीयन होने लगा। झीरम, नान घोटाला, जनसंपर्क घोटालों की रमन सिंह सरकार द्वारा रोकी गयी जांच अब होने लगी, वक्त बदलाव का है। इन घाटालों में लिप्त नेता और बड़े अधिकारी जरूर थर-थर कांप रहे है। इनको कांपना भी चाहिये ताकि छत्तीसगढ़ में फिर राजनैतिक हत्याओं का इतिहास नहीं लिखा जावे। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि 15 वर्षों से राज्य में जमी भाजपा की सरकार को बाहर कर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में राजनीति के केंद्र पर आई है। 68 विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी ने अपनी सरकार बनाई हैं। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस के जन घोषणा पत्र को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू हुआ। इसी क्रम में किसानों की कर्जमाफी, धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, टाटा के प्लांट के लिए अधिग्रहित की गई किसानों की जमीन उन्हें लौटाने जैसे कदम नई सरकार ने उठाया। इसके साथ ही नान घोटाले जैसे मामलों की दबी फाइल भी सरकार ने खुलवाई। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि गड़बड़ियों की जांच पर, घोटालों की जांच पर, हत्याकांडों की जांच पर भाजपा की सरकार कुंडली मारे बैठी रहे और अब जांच शुरू होने पर बदले की राजनीति करार दे रही है। पुराने मामलों को फिर से खोले जाने को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा कांग्रेस पर बदले की राजनीति का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पिछले दिनों एक बदलापुर की राजनीति कहा था इसका जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके दिया है और सरकार द्वारा किए जा रहे काम को बदलापुर की राजनीति नहीं बदलाव की राजनीति कहा है। किसानो की कर्ज माफी क्या बदलापुर की राजनीति है? धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपये देना क्या बदलापुर की राजनीति है? आदिवासी किसानों को उनकी जमीन वापस लौटाना क्या बदलापुर की राजनीति है? रमन सिंह साहब! अब छत्तीसगढ़ बदलापुर नहीं बदलावपुर बन चुका है। वक्त है बदलाव का।
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