रायपुर : शराब तस्कर मामले पर कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी के जारी बयान पर भाजयुमो ने पलटवार किया है। भाजयुमो नेता उमेश घोरमोड़े ने कहा कि शराब की तस्करी करने के अपराध में रंगे हाथ पकड़े गए कांग्रेस कार्यकर्ता की गिरफ़्तारी ही पर्याप्त नहीं है। इस समूचे गोरखधंधे का सरगना कौन है? इसकी पड़ताल होनी चाहिए और बड़ी मछलियों को पकड़ना चाहिये। आखिर प्रदेश में किसके संरक्षण में शराब का गोरख धंधा फल फूल रहा है? इसका पर्दाफ़ाश होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही लगातार अनेक ख़बरें आयी जिसमें अति उच्च लोगों की संलग्नता की आशंका व्यक्त की जाती रही है। हाल के पर्दाफ़ाश ने उस घटना पर मुहर लगायी है।
भाजयुमो नेता उमेश घोरमोड़े ने कहा कि यह अजीब दलील है, कि कांग्रेस अपनी खाल छिपाने अज़ीब प्रलाप कर रही है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के सवालों का जवाब कांग्रेस कश्मीर से दे रही है। ऐसा कहना ठीक वैसा ही है जैसे यह कहा जाय कि हेराल्ड घोटाले मामले के चलते सोनिया जी, राहुल जी को कांग्रेस से बर्खास्त किया जाय। सीबीआई जांच के चलते सीएम की कांग्रेस सदस्यता रद्द कर दी जाय। अजीब दलील है यानी कांग्रेसियों द्वारा की जा रही शराब तस्करी इसलिए ठीक है क्योंकि कश्मीर में कोई अधिकारी आतंकी था। यह बेतुकेपन की पराकाष्ठा है।
उमेश घोरमोड़े ने कहा कि भाजपा इस तरह बात करने के बजाय मुद्दे पर आधारित बात करना चाहती है। फ़िलहाल मुद्दा यह है कि शराब के गोरखधंधे का ख़ुलासा हो। राजनीतिक संरक्षण प्राप्त सरगनाओं को गिरफ़्तार किया जाय। इधर उधर की बात करने से कांग्रेस बाज़ आए और ईमानदारी से काम करें । ध्यान रहे ऐसे बेतुके प्रलाप से कोई लाभ नही होने वाला है।