कोरोना वायरस से बचाव के लिए ‘मास्क‘ के उपयोग के संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया मार्गदर्शी सिद्धांत
HNS24 NEWS March 14, 2020 0 COMMENTSरायपुर : दिनांक 14 मार्च 2020. राज्य सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा नावेल कोरोना वायरस रोग (COVID-19) के संदर्भ में आम जन द्वारा ‘मास्क‘ उपयोग के संबंध में मार्गदर्शी सिद्धांत जारी किया गया है। इसके तहत आम जन द्वारा मास्क का उपयोग, आम जन मास्क उपयोग कब करें, एक मास्क का उपयोग कितनी अवधि तक प्रभावी रहेगा, मास्क के उपयोग की सही विधि एवं उपयोग किए गए मास्क का डिस्पोजल के संबंध में विस्तार से बताया गया है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मार्गदर्शी सिद्धांत में कहा गया है कि वर्तमान में नावेल कोरोना वायरस संक्रमण (COVID-19) ने महामारी का रूप ले लिया है और अब तक विश्व के 100 से अधिक देश प्रभावित है। भारत में इस रोग के संक्रमण से 11 मार्च 2020 तक 60 से अधिक लोग प्रभावित है। इस विषाणु के संक्रमण से सामान्य बुखार एवं खांसी जैसे सामान्य लक्षण होते हैं और सिर्फ कुछ लोगों में ही यह गंभीर बीमारी का स्वरूप लेता है। यह बीमारी (COVID-19) संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से उत्पन्न छींटों के द्वारा फैलती है, जो निकट सम्पर्क (01 मीटर दूरी से कम के) वाले व्यक्ति को ही संक्रमित करती हैं। ऐसे व्यक्ति जिनमें खांसी, बुखार के कोई लक्षण नही है, उन्हें मास्क उपयोग करने की आवश्यकता नही है। स्वस्थ व्यक्ति द्वारा मास्क का उपयोग करने से उन्हें स्वास्थ्य लाभ के कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बताया गया है कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए मास्क की अपेक्षा निम्न उपाय अधिक प्रभावी होंगे- साबुन से बार-बार (कम से कम 40 सेकंड तक) हाथ धोए, अल्कोहल युक्त (70 प्रतिशत) सैनिटाइजर का उपयोग भी 20 सेकंड तक किया जा सकता है। खांसते या छींकते समय नाक व मुंह को टिश्यू पेपर या रुमाल से ढक लें, नाक, मुंह, आँख या चेहरे को छूने से बचे, भीड़़ वाले स्थानों में जाने से बचे, खांसने या छींकने वाले व्यक्ति से 1 मीटर की दूरी बनाएं रखें, अपने शरीर के तापमान की जांच नियमित रूप से करें, सर्दी, खांसी बुखार के लक्षण उत्पन्न होने पर चिकित्सक की सलाह लें। आम जन मास्क का उपयोग तभी करें जब खांसी या बुखार के लक्षण हो, जब किसी अस्पताल में जाएं, जब किसी मरीज की देखभाल करनी हो, किसी संभावित या पॉजीटिव मरीज (जिनका घर में उपचार चल रहा हो) के निकट सम्पर्क में आने वाले परिवार के लोग मास्क लगा सकते हैं।
मार्गदर्शी सिद्धांत में बताया गया है कि एक मास्क यदि सही तरीके से पहना जाता है तो अधिकतम 8 घंटों तक प्रभावी रहेगा, इस बीच मास्क यदि गीला हो जाए तो तत्काल बदल लें। मास्क को नाक, मुंह एवं ठुड्डी पर सही तरीके से रखे, मास्क के नोज पीस को नोज ब्रिज पर सही तरीके से फिट करें। मास्क को बार-बार छूने से बचें, मास्क को गर्दन से लटकने नहीं दें, डिस्पोजेबल मास्क को दोबारा बिलकुल प्रयोग न करें और उपयोग के बाद तत्काल डिस्पोज कर दें। उपयोग किए गए मास्क को सामान्य ब्लीचिंग पावडर के 5 प्रतिशत घोल या एक प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराइट घोल से अच्छी तरह से डिसइन्फेक्ट करने के बाद मास्क को जलाकर या गहरे गढ्ढे में मिट्टी से दबाकर डिस्पोज कर दें।
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