रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सवाल पर जोरदार हमला करते हुए रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुनील सोनी ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार संसदीय शिष्टाचार तक का पालन नहीं कर रही है। अंहकार में डुबी हुई कांग्रेस सरकार में बैठे निचले स्तर के अधिकारियों के माध्यम से पत्र भिजवाकर प्रदेश के सांसद का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा अफसोस जताया कि प्रदेश के मुखिया को संसदीय मर्यादाओं तक का ज्ञान नहीं है या फिर वे जानबूझकर प्रदेश की जनता को गुमराह करने के लिए ऐसा माहौल पैदा करना चाहते हैं। सांसद सोनी ने कहा कि प्रदेश का अन्नदाता किसान भोला जरूर है, पर नासमझ नहीं। उन्होंने कहा कि अगले दिन दोपहर में होने वाली बैठक की सूचना मात्र एक दिन पहले देर शाम को और वह भी जिले के एक कनिष्ठ अधिकारी से दिलवाना जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने जैसा है। सांसद ने कहा कि अफसरों की आड़ लेकर अपनी विफलता को छिपाने की यह कवायद अफसोसजनक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश शासन के किसी प्रतिनिधि में शायद इतना नैतिक साहस ही नहीं बचा है कि वे बात कर सके। इसीलिए अफसरों को आड़ ली जा रही है। अधिकारी के माध्यम से सूचना भिजवाकर अपमानित करना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह सस्ती और हल्की राजनीति है। प्रदेश के किसानों से जुड़े इतने गंभीर मसले पर मुख्यमंत्री कितने संवेदनशील है यह आज प्रदेश वासियों के सामने है।
दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल ने भूपेश बघेल के सवाल पर पलटवार करते हुए पूछा कि 25 सौ रुपये में धान खरीदी का वादा किसने किया था? आर्थिक प्रबंधन के विशेषज्ञ होने का दंभ करने वाले लोग प्रदेश को अब कर्ज में क्यों डुबों रहे हैं? धान खरीदी पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल किसी भी तरह का सवाल पूछने योग्य ही नहीं हैं। जिन वादों के साथ इन्होंने जनादेश प्राप्त किया है, उन पर अमल करना इसका प्राथमिक दायित्व है। सांसद बघेल ने कहा कि 25 सौ में धान खरीदी के विषय पर प्रदेश के मुखिया नाना प्रकार के प्रपंच कर रहे हैं। अपने आपको आर्थिक प्रबंधक का विशेषज्ञ होने का दंभ भरने वाले मुख्यमंत्री अब प्रदेश को गिरवी रखने पर आमादा है। 25 सौ रुपये में धान खरीदी पर जब इनके आका राहुल गांधी ने ‘पैसे कहां से लाओगेÓ प्रश्न किया तब यही आर्थिक विशेषज्ञ सत्ता के खातिर राहुल गांधी को भी गुमराह करने से बाज नहीं आए और अब प्रदेश को दिवालिया होने की कगार पर ले आये हैं। उन्होंने कहा कि यही स्थिति रही तो भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ प्रदेश को पूरी तरह हाशिये में धकेल देगी जिससे उबर पाना प्रदेश को मुश्किल हो जाएगा।
बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अरुण साव ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि सांसदों के साथ कैसा व्यवहार हो रहा है यह तो इसी से समझा जा सकता है कि कांग्रेस के ही वरिष्ठतम सांसद श्री मोदीलाल वोरा जी भी बैठक में नहीं गये। ऐसे में वे भाजपा सांसदों से क्या सवाल करते हैं। आखिर भूपेश बघेल प्रदेश को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं? मुख्यमंत्री को तो किसानों की चिंता नहीं है उन्हें तो किसानों के नाम पर राजनीति करनी है। इसलिए वे सांसदों जैसे जनप्रतिनिधियों को माना कुछ घंटे पहले सूचना भिजवाते है। सांसद ने कहा कि भूपेश सरकार जनादेश का सम्मान करें। किसानों से किए वायदों का सम्मान करें। इतना भी नहीं कर सकते हैं तो कम से कम गंगाजल का सम्मान करें जिसे हाथ में लेकर इस कांग्रेस नेताओं ने कसमें खायी और सत्ता में आने के लिए वादे करना अलग बात है और सत्ता के सफल संचालन के लिए सुविचारित दृष्टिकोण के साथ वादे करके अच्छी सरकार देना इनके बस की बात नहीं हैं।
RELATED ARTICLES
R.O,No: 13028/174
R.O,No: 13028/174
R.O,No: 13028/174
Recent Posts
- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 23 नवम्बर को बिलासपुर में 143 करोड़ की लागत के विकास कार्यों का करेंगे लोकार्पण
- सभी जनप्रतिनिधियों और किसानों को सहकारिता से जोड़ा जाए – केदार कश्यप
- मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह में हुए शामिल
- सुकमा जिले में आज सुबह सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई में 10 नक्सलियों को मार गिराया
- मुख्यमंत्री ने सपरिवार देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म