सूचना एवं संचार क्रांति स्वर्गीय राजीव गांधी की देन- स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम
HNS24 NEWS September 12, 2019 0 COMMENTSरायपुर : दिनांक 11 सितम्बर 2019स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि सूचना एवं संचार क्रांति देश के सबसे युवा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की देन है। देश को 21वीं सदी में ले जाने के सपने से आज भारत सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व में एक बड़ी ताकत के रूप में जाना जाता है। उनके सपने से ही आज भारत सूचना एवं संचार क्रांति से डिजिटल इंडिया तक का सफर हमारे देश के लिए आधार स्तंभ बना है। स्कूल शिक्षा मंत्री ने इस आशय के विचार आज स्वर्गीय राजीव गांधी जयंती पर राज्य स्तरीय सूचना प्रौद्योगिकी पखवाड़ा समापन अवसर पर व्यक्त किया। यह पखवाड़ा 20 अगस्त से 10 सितम्बर को आयोजित किया गया। उन्होंने राजधानी के जे.आर.दानी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आज राज्य स्तरीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागी स्कूली बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए। यह प्रतियोगिता प्राथमिक, माध्यमिक और हाईस्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के विद्यार्थियों के लिए आयोजित की गई थी। सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार क्रांति विषय में 5 विधाओं-निबंध, भाषण, चित्रकला, वाद-विवाद और नृत्य-नाटिका पर 15 जिलों के 280 प्रतिभागियों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में 68 विजेताओं को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह और बैग प्रदान किया। डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी का सपना था कि दुनिया में हमारे देश के नौजवानों की अलग पहचान कायम हो। दुनिया के बड़े-बड़े देशों में हमारे युवा, उद्यमशीलता एवं तकनीक के दम पर वहां की अर्थव्यवस्था और विकास में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने देश में कम्प्यूटर संचार साधनों की नींव रखी, वे भारत को आई-टी का सुपर पावर बनाना चाहते थे। डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन स्वर्गीय श्री राजीव गांधी के सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में किए गए कार्यों को पाठ्यक्रम में शामिल करने की स्कूल शिक्षा विभाग में तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि उनका पूरा जीवन वर्तमान एवं भविष्य के लिए प्रेरणादायक है।स्कूल शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी ने कुशल सार्वजनिक सेवा वितरण और सरकार में पारदर्शिता के लिए आईटी के उपयोग की शुरूआत कर ई-गवर्नेंस की नींव रखी थी। उनकी दूरदर्शिता, वैज्ञानिक सोच और पक्के इरादे का ही परिणाम है कि भारत को विकसित राष्ट्र के रूप में शामिल करने के लिए कम्प्यूटर क्रांति के माध्यम से संचार एवं सूचना क्रांति लाने मिशन मोड पर काम शुरू किया। देश को कम्प्यूटर के जरिए सूचना प्रौद्योगिकी से जोड़ा। आज हर हाथ में मोबाइल है, घर-घर में कम्प्यूटर पहुंच गया है, इनके माध्यम से शासन द्वारा संचालित सभी प्रकार की सूचनाएं और सुविधाएं घर-घर पहुंच चुकी है। यह परिवर्तन स्वर्गीय राजीव गांधी के दृष्टिकोण से ही संभव हुआ है। आज पूरा भारत डिजिटल इंडिया के सपने को साकार होता देख रहा है।
डॉ. टेकाम ने विजेता स्कूली विद्यार्थियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रतियोगिता में शामिल होना महत्वपूर्ण बात है। आवश्यक है कि हर विद्यार्थी प्रतियोगिता में भाग ले और वहां से अनुभव लेकर जाए। उन्होंने कहा कि जिन विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में भाग लिया और वे सफल नहीं हो पाए वे यहां से अनुभव लेकर अपने कौशल में निखार लाकर और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। कार्यक्रम को संचालक लोक शिक्षण एस. प्रकाश, संयुक्त संचालक रायपुर संभाग एस.के. भारद्वाज, जिला शिक्षा अधिकारी जी.आर. चंद्राकर ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, संबंधित जिलों से आए प्रतिभागी छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक भी उपस्थित थे।