फेसबुक के माध्यम से चेट कर धीरे – धीरे हासिल कर लिया था प्रार्थिया का विश्वास व मोबाईल नंबर
HNS24 NEWS September 10, 2019 0 COMMENTSरायपुर : प्रार्थिया महिला ने थाना सिविल लाईन मंे रिपोर्ट दर्ज कराया कि अगस्त 2019 में प्रार्थिया का परिचय व दोस्ती फेसबुक के माध्यम से एलेक्स एंटोनी नामक व्यक्ति से हुई थी तथा दोनों के मध्य बातचीत होती रहती थी। इसी दौरान एलेक्स एंटोनी ने प्रार्थिया को फोन कर बताया कि आपके लिए कुछ आयटम जैसे- जुते, बैग और कुछ पैसे पार्सल में डालकर भेज दिया हुं। दूसरे दिन प्रार्थिया के मोबाईल फोन पर फोन आया जो स्वयं को एजेंट बताया तथा अपना नाम अनिता होना बताया जो प्रार्थिया से बोली कि आपको सामान का एयरपोर्ट क्लियेरेंस के लिए 50,000 रूपये की राशि देनी पड़ेगी और प्रार्थिया के मोबाइल फोन पर एकाउंट नंबर मैसेज के माध्यम से भेज दी, जिस पर प्रार्थिया ने एजेंट द्वारा दिये गये खाते में 50,000 रूपये जमा कर दी। दूसरे दिन एजेंट ने प्रार्थिया को दूसरे मोबाईल नंबर से फोन कर बताया गया कि एंटिक टेरेरिस्ट सर्टिफिकेट के लिए उसे 1,45,000 हजार रूपये जमा करने होंगे क्यांेकि पार्सल के अंदर राशि भी है जो कि पाउन्डस में है और इंडिया मे पार्सल के अंदर फाॅरेन करेंसी एलाउड नहीं है और यह रकम पार्सल के डिलवरी के निकलते ही रिफन्ड हो जायेगा कि प्रार्थिया ने दो दिनों में उसके द्वारा दिये गये अलग-अलग एकाउंट नंबरों में 1,45,000 हजार रूपये आन लाइन जमा कर दी। अगले दिन एजेंट अनिता ने पुनः प्रार्थिया को फोन कर कहा कि फायनेंस मिनिस्ट्री को टैक्स देना पडेगा क्योंकि पार्सल में रकम बहुत ज्यादा है तो बिना टैक्स पटाए रिलिस नहीं किया जायेगा और अनिता द्वारा 3,60,000 रूपये की मांग किया गया जो कि बहुत बड़र रकम होने से प्रार्थिया ने 2 दिन का समय मांगा वो मान गये इस दौरान एलेक्स एंटोनी द्वारा बार-बार विश्वास दिलाने पर कि उनका बहुत सारा रकम का नुकसान हो जायेगा और वह कैसे इतना नुकसान उठाउंगा बोला जिससे प्रार्थिया उनकी बात मान गई फिर 3 दिनांे बाद उनके द्वारा बार-बार बोलने पर प्रार्थिया ने एजेंट अनिता से एकाउंट नंबर पूछा तथा उसके द्वारा दिये गये 04 अलग – अलग एकाउंट नंबरों में प्रार्थिया ने अलग – अलग तिथियों में 3,15,000 रूपये जमा कर दी। इसके बाद भी उन लोगों के द्वारा प्रार्थिया से फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से पार्सल रिलिज कराने के लिए 6 लाख रूपये मांगा जा रहा है, जिस पर प्रार्थिया को अपने साथ ठगी होने का अहसास हुआ। इस तरह से आरोपियों ने प्रार्थिया से कुल 5,10,000 (पांच लाख दस हजार रूपये) की ठगी कर लिया। जिस पर प्रार्थिया की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध थाना सिविल लाईन में अपराध क्रमांक 500/19 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
चूंकि अपराध महिला से संबंधित एवं गंभीर प्रवृत्ति का था जिसे पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा गंभीरता से लेते हुये एक विशेष टीम का गठन कर अज्ञात अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। टीम द्वारा पूर्व में भी इसी तरह से ठगी करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई थी। अतः टीम द्वारा इस तरह के तरीका वारदात के आधार पर अपराध घटित करने वाले नाईजीरियन गिरोह पर फोकस करते हुये कार्य प्रारंभ किया गया। आरोपियों एवं प्रार्थिया के मध्य फेसबुक के जिस आई डी व मैसेज तथा मोबाईल नंबरों के माध्यम से बातचीत हुई थी उक्त आई डी एवं मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ- साथ प्रार्थिया द्वारा बताये गये खाते, जिनमें प्रार्थिया द्वारा पैसे जमा किये गये थे के संबंध में भी बैंक से जानकारी प्राप्त की गई। आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण व बैंक खातों के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर आरोपियों की लोकेशन चिन्हांकित करने में सफलता प्राप्त हुई। प्राप्त लोकेशन के आधार पर टीम दिल्ली रवाना हुई। दिल्ली में पड़ताल प्रारंभ करने पर यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपियों द्वारा बहुत ही सर्तकता से अपनी पहचान को छिपाते हुये इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया है। आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर, फेसबुक आई डी व बैंक खातों के नाम व पते फर्जी थे तथा उन मोबाईल नंबरों एवं बैंक खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया गया था। दिल्ली में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी के थाना डाबरी क्षेत्र में निवास करने के संबंध में अहम सुराग प्राप्त हुआ। जिस पर टीम ने तत्काल बिना समय गंवाये आरोपी के फ्लैट में रेड कार्यवाही कर नाइजीरियन नागरिक आरोपी क्रिस्टोफर को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा प्रार्थिया को अपने झांसे में लेकर प्रलोभन देकर पैसे लेने की बात स्वीकार किया गया। टीम द्वारा निवास स्थान की तलाशी लेने पर आरोपी द्वारा अपराध से संबंधित 01 नग लैपटाॅप, 08 नग मोबाईल फोन, 01 पासपोर्ट, 01 विजा, वाई-फाई राउटर, नगदी 47,500 रूपये एवं 05 नग विदेशी नाइजीरियन करेंसी जप्त किया गया है। आरोपी मूलतः असाबा नाइजीरियन नागरिक है जो वर्तमान में व्यवसायिक वीजा प्राप्त कर दिल्ली के थाना डाबरी क्षेत्र में निवासरत था। पूछताछ में आरोपी द्वारा संपूर्ण भारत में सैकडों महिलाओं को अपने झांसे में लेकर प्रलोभन देकर लाखों रूपये लेना बताया गया है। आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है।
तरीका वारदात – आरोपी द्वारा फर्जी फेस बुक आई डी बनाकर महिलाओं को फ्रेण्ड रिक्वेस्ट भेजकर दोस्त बनाया जाता है तथा धीरे – धीरे महिलाओं का विश्वास व भरोसा जीतकर कई तरह के लुभावने व प्रलोभन देकर अपने द्वारा दिये गये अलग – अलग बैंक खातों में पैसे प्राप्त कर ठगी करते है। आरोपी अपनी पहचान गोपनीय रखने के लिए एक अपराध के लिये उपयोग किये गये सिम व मोबाईल उस अपराध के बाद नष्ट कर देता था एवं फेसबुक आई डी को भी डि-एक्टिवेट कर देता था तथा इनके द्वारा दिये गये सभी बैंक खाते भी फर्जी होते है।
गिरफ्तार आरोपी – चिडीबेरे बेनार्ड पिता क्रिस्टोफर उम्र 32 साल निवासी असाबा नाइजीरिया,हाल पता – नई दिल्ली।आरोपी को गिरफ्तार करने एवं माल बरामद करने में उप निरीक्षक तापेश्वर नेताम, प्र.आर. राधाकांत पाण्डेय, संदीप दीक्षित, आर. चिंतामणी साहू, विक्रम वर्मा, राजिक खान, प्रमोद बेहरा एवं हिमांशु राठौर का विशेष योगदान रहा।
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