April 12, 2025
  • 8:05 pm 100 कोरेक्स नग मादक पदार्थ के साथ 02 आरोपी गिरफ्तार : थाना बाराद्वार
  • 7:30 pm प्रकाश इंडस्ट्रीज में लगी आग,12 लोग झुलसे
  • 7:23 pm हीरापुर में लगी भीषण आग, मची अफरातफरी
  • 5:45 pm श्रमिक कल्याण और ऊर्जा के क्षेत्र में विकास को लेकर राज्य सरकार प्रतिबद्ध: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
  • 5:40 pm मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हनुमान जयंती पर की पूजा-अर्चना

New Delhi : 23मार्च 2025, जस्टिस यशवंत वर्मा के घर पर आग बुझाते समय कैश मिलने की खबर पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है. फ़ायर ब्रिगेड ने पहले ना कहा था, फिर हाँ ! और अब इसका वीडियो जारी कर दिया गया है.

जस्टिस वर्मा का इस संबंध में बयान आया है. उन्होंने कहा कि कैश आउट हाउस में मिला है. इसके बारे में उन्हें या उनके परिवार को जानकारी नहीं थी. उन्हें फँसाया जा रहा है.

जस्टिस वर्मा ने कहा कि घटना के वक़्त मैं दिल्ली में नहीं था. मैं और मेरी पत्नी 15 मार्च 2025 की शाम को ही इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6ई 2303 से भोपाल से लौटे थे.
जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपने जवाब में कहा यह आउटहाउस है, घर के स्टोर रुम से बरामद कैश से उनका या परिवार का कोई संबंध नहीं है.
जस्टिस वर्मा ने कहा स्टोररूम में न तो मैंने और न ही मेरे परिवार के किसी सदस्य ने कोई कैश रखा था और ना ही यह कथित कैश हमारा है.जस्टिस वर्मा ने कहा कोई व्यक्ति भला स्टाफ क्वार्टर के पास “Easily Accessible”, आम तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले स्टोररूम या आउटहाउस में कैश स्टोर क्यों रखेगा !

जस्टिस वर्मा ने कहा जिस कमरे से कैश मिला है, वो मेरे रहने के क्षेत्र से पूरी तरह से अलग है, मुझे कभी भी आउटहाउस के स्टोररूम में पड़े किसी भी पैसे या नकदी के बारे में पता नहीं था, मेरे परिवार के सदस्यों या कर्मचारियों को कोई कैश नहीं दिखाया गया जो कथित तौर आग वाले कमरे से बरामद हुआ.

जस्टिस वर्मा ने कहा मैं इस आरोप को भी पूरी तरह से खारिज करता हूं कि हमने स्टोररूम से नोट हटाए हैं, हमें न तो जले हुए नोटों की बोरियां दिखाई गईं और न ही सौंपी गईं, आग के बाद मलबा अभी भी आवास के एक हिस्से में मौजूद है.
जस्टिस वर्मा ने कहा मैं केवल यही चाहता हूँ कि मीडिया ने मुझ पर आरोप लगाने और प्रेस में बदनाम करने से पहले कुछ जाँच की होती.
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सीजेआई ने मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया है. जस्टिस यशवंत वर्मा का पिछले 6 महीने का (1 सितंबर 2024 से अब तक का) कॉल रिकॉर्ड डेटा भी हासिल कर चीफ जस्टिस को भेजा गया है. इसके साथ ही जस्टिस वर्मा से यह आग्रह किया गया है कि वो अपने मोबाइल फोन से बातचीत, msg या कोई डेटा डिलीट न करें.

HNS24 NEWS

RELATED ARTICLES
LEAVE A COMMENT