रायपुर। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सांसद अरुण साव ने कहा कि परिवर्तन यात्रा शुरू होने के पहले ही कांग्रेस के हाथ पैर फूल गए हैं। कांग्रेस की सांसें उखड़ गई हैं। जिस कांग्रेस को छत्तीसगढ़ की जनता को अपने 5 साल का हिसाब किताब देना चाहिए। जनता के सवालों का जवाब देना चाहिए, वह परिवर्तन यात्रा के अवसर पर भाजपा से कुतर्क पूर्ण सवाल पूछ रही है। कांग्रेस को सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कांग्रेस के आठ सवालों के जवाब में 16 सवाल उठाते हुए कहा है कि कांग्रेस सबसे पहले तो इस बात का जवाब दे कि झीरम के हत्यारे नक्सलियों को राहुल गांधी ने क्लीन चिट क्यों दी थी? क्या कोई गुप्त समझौता है?दूसरा सवाल यह है कि भूपेश बघेल झीरम का सबूत जेब में क्यों रखे हैं, क्या राहुल के आदेश पर वह सबूत जब में ही हैं या नक्सलियों से सौदा है? तीसरा सवाल यह है कि सबूत छुपाने का अपराध क्यों किया गया और सबूत छुपाने के अपराधी को क्या दंड मिलना चाहिए? चौथा सवाल यह है कि 5 साल तक छत्तीसगढ़ और 50 साल तक देश की सत्ता में रहने के बावजूद बस्तर को दुनिया का सबसे बीमारू इलाका बनाने के लिए कांग्रेस माफी क्यों नहीं मांगती? पांचवा सवाल यह है कि इलाज के अभाव में छत्तीसगढ़ के 39000 बच्चों की मौत हुई’ जिनमें अधिकांश बच्चे बस्तर सरगुजा जैसे आदिवासी क्षेत्र के हैं! भूपेश बघेल और कांग्रेस इसकी जिम्मेदारी क्यों नहीं ले रही? छठवां सवाल यह है कि कांग्रेस का हाथ तेंदूपत्ता दलालों के साथ क्यों है? आदिवासियों को तेंदूपत्ता बोनस क्यों नहीं दिया गया? सातवां सवाल यह कि भाजपा के कार्यकर्ताओं की टारगेट किलिंग का मकसद क्या है? टारगेट किलिंग करने वालों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जाता? आठवां सवाल यह है कि छत्तीसगढ़ में एक लाख से अधिक महिलाएं गायब हो गई हैं। कांग्रेस ने चुप्पी क्यों साथ रखी है? नवा सवाल यह कि आदिवासी बच्चियों के दैहिक शोषण की घटनाएं हो रही हैं। इनमें कांग्रेस के लोग संलिप्त पाए जाते हैं लेकिन इन पर कार्रवाई क्यों नहीं होती? दसवां सवाल यह है कि अटल जी ने आदिवासी उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ राज्य का गठन किया, कांग्रेस के लोग छत्तीसगढ़ निर्माण का विरोध क्यों कर रहे थे? ग्यारहवां सवाल यह कि आदिवासी शोषण की जिम्मेदार कांग्रेस आदिवासियों से माफी क्यों नहीं मांगती? बारहवां सवाल बस्तर महाराज प्रवीरचंद्र भंजदेव को गोलियों से भूनने वाली कांग्रेस ने माफी क्यों नहीं मांगी? तेरहवाँ सवाल यह है कि आदिवासी आरक्षण को निरस्त कराने वालों को कांग्रेस ने पुरस्कृत क्यों किया है? 14 वां सवाल यह कि बस्तर में जिला केडर की भर्तियां बंद कर आदिवासियों को रोजगार से वंचित क्यों किया गया? 15 वां सवाल यह है कि कांग्रेस नक्सलियों की प्रवक्ता बनकर सामने क्यों आती है?16 वां सवाल यह कि पिछले विधानसभा चुनाव में मिले आदिवासियों के समर्थन के बावजूद बस्तर से लेकर सरगुजा तक आदिवासियों की जमीन, आदिवासियों की अस्मिता पर आघात क्यों पहुंचाया जा रहा है, सुनियोजित धर्मांतरण के पीछे कांग्रेस की मंशा क्या है।