रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ मे हो रहे धर्मांतरण में विदेशी फंडिंग का उपयोग किया जा रहा है ऐसा करने वालों को राज्य की भुपेश बघेल सरकार का संरक्षण प्राप्त है। राज्य सरकार इसे सुनियोजित तरीके से बढ़ावा दे रही है। राज्य के गृहमंत्री सिंर्फ दिखावे के लिए चिंता करते है जबकि वो चाहे तो धर्मान्तरण के हो रहे इस अनैतिक कार्य पर कड़ी कानूनी कार्रवाई कर सकते है । ऐसे में यह कहना अतिश्योक्ति नही है कि कांग्रेस का हाथ मिशनरियों के साथ है। मुख्यमंत्री दिल्ली जाकर मिशनरियों के साथ परम आत्मीयता से फोटो सेशन करवाते हैं। उन्हें भरोसा दिलाते हैं। उन्हें बताते हैं कि उनकी पुलिस धर्मांतरण का विरोध करने वाले आदिवासियों पर क्या क्या कार्रवाई कर रही है। उनके मंत्री कवासी लखमा धर्मांतरण करने वालों के वकील बनकर चुनौती देते हैं। उनके विधायक चंदन कश्यप ईसाई मिशनरी के पक्ष में बोल रहे हैं। अब और क्या सबूत दें कि कांग्रेस सरकार इस धर्मांतरण की सूत्रधार है।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि धर्म बदलने वाले देश के विरोध में काम करते हैं। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने विदेशी फंड पारदर्शिता लाने के लिए कानून कड़े किए तो 16 हजार एनजीओ ने अपने पंजीयन रद्द करवा लिये। यह प्रमाणित करता है कि विदेशी फंडिंग से धर्मांतरण हो रहा है।
भूपेश बघेल जी आपको मालूम है की नही कि गांधीजी भी लोभ, प्रलोभन देकर धर्मांतरण के बहुत खिलाफ थे ?
पूर्वमंत्री बृजमोहन ने कहा कि समूचा बस्तर जल रहा है। धर्मांतरण को लेकर आदिवासी समाज सड़कों पर हैं। भूपेश बघेल की सरकार में ईसाई मिशनरियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। विदेशी धन का उपयोग करके वहां धर्मांतरण हो रहा है। ये सिर्फ धर्मांतरण नहीं बल्कि राष्ट्रांतरण हो रहा है।
पूर्व मंत्री बृजमोहन ने कहा कि आदिवासियों की संस्कृति पर मिशनरी का आक्रमण हो रहा है। आदिवासी अपनी संस्कृति की रक्षा न कर सकें, इसके लिए उनका दमन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में बेरोकटोक धर्मांतरण के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का दुरुपयोग किया जा रहा है।